उम्मीदवारों की मजबूत पकड़ के चलते कांटे का होगा संघर्ष
बरा जिला पंचायत चुनाव गंगवार और विर्क दोनों ही अपने काम पर मांग रहे वोट
उत्तरांचल दर्पण ब्यूरो
रूद्रपुर। बरा जिला पंचायत का चुनाव पूरे शबाब पर है। इस सीट पर मुकाबला आमने सामने का है। एक ओर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी प्रसाद गंगवार की पुत्र वधु तो दूसरी ओर शहदोरा गांव के पूर्व ग्राम प्रधान दिलबाग सिंह की पत्नी जसविंदर कौर मैदान में है। मुकाबला टक्कर का होने की उम्मीद लगाई जा रही है। ताजा सियासी माहौल की बात करें तो अजीतपुर बरा , बरी क्षेत्र में रेनू गंगवार का माहौल ठीक ठाक बना हुआ है। साथ ही शहदौरा अलीनगर गऊघाट में भी गंगवार परिवार की बहू होने के कारण उनके नाम पर चर्चा हो रही है, किंतु दिलबाग की पत्नी जसविंदर कौर भी पीछे नहीं है। लगातार तीन बार शहदोरा ग्राम पंचायत से प्रधान रह चुके विर्क दंपत्ति के चुनाव को लेकर क्षेत्र के लोगों में बेहद उत्साह देखा जा रहा है। गौरतलब हो कि यह चुनाव सीधेतौर पर गंगवार परिवार से जुड़ा हुआ है जिसको लेकर बरा जिला पंचायत सीट उधम सिंह नगर जनपद की सबसे हॉट सीट मानी जा रही है। सूत्रों की मानें तो गंगवार परिवार के सियासी दुश्मन वह इनके संगठन के अंदर के हो या फिर बाहर के,दूर बैठे पूरे घटनाक्रम पर नजर जमाए हुए हैं। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि सत्ता के कुछ बड़े जनप्रतिनिधि पर्दे के पीछे रहकर रेनू गंगवार के चुनावी माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। रेनू गंगवार भाजपा से समर्थित प्रत्याशी हैं और उनका यह चुनावी क्षेत्र सितारगंज विधानसभा के अंतर्गत आता है। सितारगंज विधानसभा से विधायक सौरभ बहुगुणा है,लिहाजा यह चुनाव सौरभ बहुगुणा के लिए भी मायने रखता है। वह खुलकर रेनू गंगवार के चुनाव में कितना सक्रिय रहते हैं यह जल्द ही पता चल जाएगा। इधर दूसरी ओर दिलबाग सिंह की पत्नी जसविंदर कौर कांग्रेस से ताल्लुक रखती हैं। दिलबाग के समर्थकों की ओर से दावा किया जा रहा है कि सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत,पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़,क्षेत्र से लगातार दो बार विधायक रहे नारायण पाल जसविंदर कौर के पक्ष में जनसभाएं करेंगे। फिलहाल जसविंदर कौर के चुनाव की पूरी कमान उनके पति दिलबाग सिंह ने अपने हाथों में ले रखी है। दिलबाग सिंह लगातार दो बार व उनकी पत्नी जसविंदर कौर शहदौरा ग्राम पंचायत से एक बार चुनाव जीत चुकी है। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद जहां गंगवार परिवार ने लगातार 3 बार जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर अपना कब्जा बरकरार रखा रहा,वहीं दूसरी ओर शहदौरा क्षेत्र से विर्क दंपत्ति दिलबाग सिंह व जसविंदर कौर ने भी कभी हार का मुंह नहीं देखा। क्षेत्र में चर्चा है कि गंगवार परिवार का सामना इस बार दिलबाग सिंह जैसे मजे हुए खिलाड़ी से हो रहा है। क्षेत्र में अगर रेनू गंगवार के पति सुरेश गंगवार की पहचान एक कद्दावर नेता के रूप में है तो दिलबाग सिंह भी जमीन से जुड़े नेता है। बताया जा रहा है कि अलीनगर, शहदौर , गऊघाट ,चाचर क्षेत्र में तो हर ग्रामीण दिलबाग सिंह को व्यक्तिगत रूप से पहचानता है।क्षेत्र के लिए दिलबाग सिंह ने कई बार छोटे बड़े संघर्ष किए हैं। वही गंगवार परिवार भी क्षेत्र में काफी लोकप्रिय है। उन्होंने अपने कार्यकाल में कई बड़े-बड़े विकास कार्य कराये हुये है। गंगवार परिवार भी सीधे जनता के बीच रहता है और समय-समय पर हर तरीके से उनकी मदद करता रहता है। दोनों ही जनता से जुड़े हुये है। इसलिये यहां दोनों के बीच जोरदार संघर्ष होना तय है।