सब्जी मण्डी उजाड़ने के खिलाफ धरने पर बैठे कांग्रेसी
हिटलरशाही पर उतर आये हैं नगर आयुक्तःबेहड़
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। नगर निगम के नगर आयुक्त ने कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात ही हिटलरशाही का परिचय देते हुए नगर को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यह बात पूर्व काबीना मंत्री तिलकराज बेहड़ ने गत दिवस उच्च न्यायालय के निर्देश पर निगम प्रशासन द्वारा पुलिस के सहयोग से नैनीताल मार्ग स्थित सब्जी मंडी में चलाये गये अतिक्रमण हटाओ अभियान से प्रभावित व्यापारियों से मुलाकात करने के पश्चात कही। श्री बेहड़ ने निगम प्रशासन की हिटलरशाही के खिलाफ व्यापारियों को साथ लेकर जुलूस के रूप में प्रदर्शन कर निगम कार्यालय में धरना भी दिया। इससे पूर्व श्री बेहड़ पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ सब्जीमंडी पहुंचे जहां उन्होंने अतिक्रमण हटाओ अभियान से प्रभावित लघु व्यापारियों से मुलाकात कर निगम द्वारा की गई कार्रवाई को व्यापारियों के हितों के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि सब्जी मंडी में पिछले कई दशकों से व्यापारी सब्जी व अन्य सामान बेचकर परिवार का भरण पोषण करते आये हैं लेकिन जब से प्रदेश में भाजपा ने सत्ता की बागडोर संभाली है व्यापारियों का तेजी से उत्पीड़न शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि नगर निगम में नियुक्त नगर आयुक्त पूरी तरह से हिटलरशाही पर उतरे हैं। पूर्व में उन्होंने नगर के मुख्य बाजार को तबाह किया और अब सब्जी मंडी में लघु व्यापारियों को उजाड़ने में लगे हैं जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लघु व्यापारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करेगी और उनका उत्पीड़न नहीं होने दिया जायेगा। सब्जी मंडी का भ्रमण करने के बाद बेहड़ व्यापारियों को साथ लेकर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर जुलूस के रूप में निगम कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने धरना दिया। मेयर रामपाल सिंह द्वारा श्री बेहड़ से वार्ता की गयी परन्तु बेहड़ ने स्पष्ट कहा कि वह सिर्फ नगर आयुक्त से ही वार्ता करने आये हैं। दोपहर बाद एमएनए और मेयर से कांग्रेसियों की वार्ता हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि इस समस्या के समाधान के लिए 11 सदस्यीय कमेटी का गठन किया जायेगा। जिसमें मेयर नगर आयुक्त सहित सब्जी मण्डी के व्यापारी शामिल होंगे। इस आवश्वासन पर कांग्रेसियों और व्यापारियों ने धरना समाप्त कर दिया। इस दौरान मीना शर्मा, जगदीश तनेजा,संदीप चीमा, राजीव कामरा, विजय अरोरा, मोबीन अहमद, मुलखराज सुखीजा, राजेंद्र पाल, इंद्रजीत सिंह, ओमप्रकाश खुराना, संदीप, अशोक, बिट्टू, सुधीर, राहुल, राजू सिंह, किशनलाल, राजकुमार, मनोज, अनुभव चैधरी, बनारसीदास ठुकराल, संदीप कामरा, पप्पी बांगा, पारस, मानित अरोरा, वीरेंद्र, सुरेंद्र सिंह, राजू नरूला, बंटी कक्कड़, राजेंद्र मल्होत्रा, अबरार अहमद, सौरभ, प्रीती साना, बिट्टू अरोरा, जमुना प्रकाश, मुकेश, जयपाल, आरिफ, यूसुफ, यूनुस समेत भारी संख्या में व्यापारी मौजूद थे।