श्रमिकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ भरी हुंकार
रुद्रपुर।ट्रेड यूनियनों के राष्ट्र व्यापी बंद के आहवान के दूसरे दिन आज विभिन्न संगठनों से जुड़े सैकड़ों श्रमिकों व कर्मचारियों ने अम्बेडकर पार्क में धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हुंकार भरी और सरकार को पूंजीपतियों का हितैषी बताया। आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ट्रेड यूनियन एक्ट 1926 में संशोधन हेतु लोकसभा में विधेयक प्रस्तावित कर रही थी जो ट्रेड यूनियन गठित करना और ज्यादा कठिन बन जायेगा। उन्होंने कहा कि आज सभी श्रमिक संगठनों को एकजुट होकर केंद्र के खिलाफ संघर्ष करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मजदूरी, मेहनतकश लोगों का जीवन बर्बाद करने पर तुली है। अच्छे दिन के बजाय मेहनतकशों के बुरे दिन आ रहे हैं। प्रदेश की डबल इंजन सरकार बेरोजगारों को गुलाम बनाने पर आमादा है। प्रदेश में लाखों आशा, आंगनबाड़ी व भोजनमाताएं काम कर रही हैं जिन्हे स्थायी नौकरी देने के नाम पर न्यूनतम वेतन भी नहीं दे पा रही। उपनल के हजारों कर्मियों को स्थायी करने के हाईकोर्ट के आदेश के फैसले के खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गयी। उन्होंने कहा कि पंतनगर स्थित उद्योगों के कई प्रबंधन श्रमिकों को नौकरी से निकाल रहे हैं। श्रमिक पिछले कई माह से निरन्तर धरना प्रदर्शन व आमरण अनशन कर रहे हैं लेकिन शासन प्रशासन पूंजीपतियों के दबाव में श्रमिकों की सुनवाई नहीं कर रही। सभा को दिनेश तिवारी, गणेश मेहरा, राजेंद्र गुप्ता, निशान सिंह, सुरेंद्र रावत, निरंजन, प्रदीप साहा, हेम कबडवाल, गोकुल चंद, पुष्कर नेगी, रीता कश्यप, कुसुम पाल, मंजू, कमला, गीता गोस्वामी, बीना नागर, कुलविंदर कौर, जनार्दन सिंह, एसएस मिश्रा, मदन मोहन पाल, रविन्द्र चौबे, प्रमोद तिवारी, आनंद नेगी, गंगा सिंह, ललित बोरा, राजीव बाठला आदि ने सम्बोधित किया। इस दौरान पूजा, लक्खी, मीना, माया, पूनम, सीमा, कमलेश, अंजू, गायत्री, सितारा, ममता, दीपा, कृष्णा, रूचि, मोहनी, ग्लैडिस, देवकी, शकुंतला, रेनू, चम्पा समेत सैकड़ों आशा हेल्थ वर्कर, विभिन्न उद्योगों से आये श्रमिक मौजूद थे।