गांव के लोग मजबूर हैं क्योंकि वह शहर से दूर हैं
महीनों से बाधित संचार व्यवस्था को दुरुस्त कराने में प्रशासन बरत रहा है घोर लापरवाही
गांव के लोग मजबूर हैं क्योंकि वह शहर से दूर हैं
काशीपुर(उद संवाददाता)। ग्राम हल्दुआ साहू जसपुर से 8 किलोमीटर की दूरी पर है जबकि काशीपुर से इसकी दूरी मात्र 13 किमी है। दो शहरों के बीच हजारों की आबादी वाले गांव में नेट की सुविधा न होने के कारण जब समस्या सर उठाने लगी तो ग्रामीणों की पुरजोर पहल पर आइडिया कंपनी वालों ने एक टावर का निर्माण बाबा अजीत सिंह राइस मिल परिसर में करवाया जिससे गांव में इंटरनेट की सुविधा बेहतरीन तरीके से आने लगी गांव के लोग भी सोशल नेटवर्किंग से और इंटरनेट की दुनिया से जुड़कर अपने डिजिटल लेन देन को करना सीखने लगे लेकिन इसी बीच लगभग 6 माह पूर्व आइडिया कंपनी का टावर जिस राइस मिल के अंदर लगा था वह राइस मिल मालिक अत्यधिक कर्ज की वजह से कनाडा चला गया। नैनीताल बैंक काशीपुर जिसका बाबाजी सिंह राइस मिल से लेनदेन था नैनीताल बैंक ने बाबाजी राइस मिल को सीज कर अपनी सिक्योरिटी बैठा दी। देखरेख के अभाव में राइस मिल के अंदर लगा टावर लगातार खराब होता रहा। बताया जा रहा है कि लगभग 6 माह पूर्व आकाशीय बिजली गिरने के कारण टावर की बैटरी खराब हो गई। बैटरी के खराब होते ही क्षेत्र में संचार व्यवस्था पूरी तरह पटरी से नीचे है। हालांकि इस बीच कई बार आइडिया कंपनी के कर्मी टावर को दुरुस्त करने के लिए आए लेकिन राइस मिल के गेट पर बैठे बैंक के सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें प्रवेश नहीं दिया। मोबाइल टावर की हालत जर्जर होने के कारण लाॅकडाउन में आॅनलाइन पढ़ाई बच्चों ने चिलचिलाती धूप के बीच छतों पर बैठकर की। आज भी मोबाइल फोन पर बात करने के लिए ग्रामीणों को घरों की छतों पर अथवा बाहर निकल कर संपर्क साधना पड़ता है। ग्रामीणों को रणजी इस बात का है कि वह गांव में है यह मामला यदि नगर क्षेत्र का होता तो अब तक इस समस्या से कब तक निजात मिल चुकी होती। फिलहाल संचार व्यवस्था दुरुस्त कराने को लेकर ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे चुका है। इस मामले को लेकर कभी भी उनका गुस्सा फूट सकता है जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों की होगी।