सल्ट के चुनाव में मुख्यमंत्री तीरथ और हरदा की प्रतिष्ठा दांव पर
वोट मांगने गांव पहुंचे भाजपा-कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता,हरदा का आडियो वायरल
देहरादून। उत्तराखंड में सल्ट विधानसभा में उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा के दिग्गजों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के दूसरे जनपदों देहरादून,चमोली,बागेश्वर, अल्मोड़ा से पहुंचे भाजपा-कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता पगडंडिया नाप कर गांव पहंुच रहे है और लोगों के घर घर जाकर वोट मांगते नजर आ रहे हैं। सल्ट विधानसभा से लेकर रामनगर तक रात्रि प्रवास किया जा रहा है। उपचुनाव में दोनों पार्टियों के प्रदेश स्तर के नेताओं ने ही स्टार प्रचारक की भूमिका निभाई है। बाहर से कोई भी प्रचार करने नहीं पहुंचा। वहीं अब मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के अलावा पूर्व सीएम व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत भी प्रचार के लिये उतरे की रणनीति तैयार करने में जुटे हुए है। बताया जा रहा है कि 15 अप्रैल को सीएम आ सकते हैं। वहीं कांग्रेस प्रदेश प्रवत्तफा दीपक बल्यूटिया के मुताबिक 14 व 15 अप्रैल को पूर्व सीएम हरीश रावत भी सल्ट में मौजूद होंगे। भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के बाद भाजपा ने सहानूभूति कार्ड खेेलते हुए उनके भाई महेश जीना को मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस से हरदा की करीबी गंगा पंचोली जो कि पिछले चुनाव में कड़ी टक्कर में रही। यहां कांग्रेस प्रत्याशी स्थानीय मुद्दो के साथ ही जनता से जुड़ी समस्याओं को लेकर जबरदस्त प्रचार मे जुटी हुइ है। जबकि भाजपा प्रत्याशी महेशा जीना भी स्व. सुरेद्र सिंह जीना के कार्यकाल में विकास कार्यों को बढ़ावा देने के साथ ही क्षेत्र का चहुमुखी विकास करने के लिये जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू करने का भरोसा दिला रहे है। वहीं कोरोना की वजह से एम्स में भर्ती हरीश रावत अब तक प्रचार से दूर थे। वहीं कोरोना से जंग जीतकर बीते रोज दिल्ली से दून लौटे पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने सल्ट में पार्टी प्रत्याशी गंगा पंचोली के समर्थन में फिर इमोशनल कार्ड का सहारा लिया। उन्होंने प्रत्याशी के समर्थन में क्षेत्रवासियों के लिए मार्मिक अपील जारी की। सोशल मीडिया पर हरदा का आॅडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सल्ट क्षेत्र की जनता के साथ अपने रिश्ते की हवाला दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली इस क्षेत्र की राजनीति के लिए भविष्य की गंगा साबित होंगी। वीडियो में कुमाऊंनी में दिए गए संदेश में हरदा ने 45 साल के राजनीतिक जीवन की तपस्या के बाद उन्हें मिले मुख्यमंत्री पद का हवाला दिया। पर्वतीय क्षेत्रों के लिए किए गए काम उन्होंने गिनाए। जन सहानुभूति पाने के लिए उन्होंने हवाई यात्रा के दौरान गर्दन पर लगे झटके का जिक्र किया। यही नहीं हरदा ने भावनात्मक कार्ड त्रेलने की कोशिश भी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सिर्फ 11 सीट मिलने की पीड़ा उन्हें है। ये सीट अगर 11 से 12 हो जाती हैं तो उनकी पीड़ा कम होगी। खुद को अर्जुन बताते हुए उन्होंने कहा कि वह जगह-जगह बिंध चुके हैं। उन्हें विजय की प्रतीक्षा है। बहरहाल उपचुनाव को आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव के लिये लिटमस टेस्ट के रूप में देखा जा रहा है। हांलाकि सल्ट के बाद सीएम तीरथ की ताजपोशी से रिक्त पौड़ी संसदीय सीट पर भी उपचुनाव होगा। सत्तासीन भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला होता रहा है ऐसे में क्षेत्रीय दलों की सियासी रणनीति का चुनाव में बड़ा असर नहीं देखा जा रहा है। सल्ट विधानसभा में मौजूदा स्थितियों को देखा जाये तो यहां की मूलभूत सुविधाओं को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर साबित हो रहा है वहीं आगामी चुनाव में भी पहाड़ी जनपदों में विकास की धीमी गति , शिक्षा स्वास्थ्य और पेयजल की सम्स्याओं को मुद्दा बना सकती है।