सरकार किसानों के प्रति संवेदनहीनःबेहड़
सरकार किसानों के प्रति संवेदनहीनःबेहड़
रूद्रपुर(उद संवाददाता)। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के दुख के प्रति संवेदनहीन हो चुकी है। प्रदेश भर में मौसम की मार झेल रहे अन्नदाता किसान त्राहि-त्राहि कर रहे हैं मगर उनकी क्षतिपूर्ति के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह हैरान कि प्रदेश के कृषि मंत्री को हकीकत नहीं पता और वह कह रहे हैं कि बीते दो महीने में किसानों को मात्र 39 करोड़ का नुकसान हुआ है। श्री बेहड़ ने कहा कि दो महीने में मौसम की अनेकों मार ने किसानों पर वज्रपात किया है। सिर्फ तराई के इलाके में ही ढाई लाख एकड़ गेंहू की फसल को नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि प्रति एकड़ पांच से दस क्विंटल गेंहू बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से खराब हो चुकी है। इसके अलावा चना, लाही और मटर के उत्पादकों को भी भयंकर नुकसान हुआ है। बात सिर्फ तराई की करी जाए तो यहां 200 करोड़ से ऊपर का नुकसान किसान झेल रहे हैं मगर सरकार के आंकड़े न जाने कौन से खेत से लिये जाते हैं जो अधिकारी उनको पूरे प्रदेश में 39 करोड़ का नुकसान बता रहे हैं। श्री बेहड़ ने कहा कि कृषि मंत्री सुबोध उनियाल हकीकत से परे हैं, उनको होमवर्क करके अधिकारीयों से वार्ता करके सही आंकड़े जनता के सामने लाने चाहिए। कृषि मंत्री जी को दुबारा से अधिकारीयों को निर्देश देकर पुन आंकलन कराना चाहिए साथ ही क्षतिपूर्ति के आंकलन व भुगतान के लिए अफसरों को निर्देशित करना चाहेये। श्री बेहड़ ने कहा की जिस मंडी परिषद के जरिये वह आज किसानों को मुआवजा देने की बात कर रहे हैं उस संस्था ने किसानों के लिए इस सरकार के कार्यकाल में कुछ भी नहीं किया। जिन उद्यान, कृषि अधिकारियों व परगनाधिकारियों के जरिए वह किसानों को क्षतिपूर्ति देने की कोशिश कर रहे हैं अगर वह इतने ही तत्पर पूर्व में होते तो किसानों की इतनी अनदेखी न करते। श्री बेहड़ ने कहा कि यदि प्रदेश भर में किसानों ने न सिर्फ लाॅकडाउन, बल्कि मौसम के साथ ही कृषि ऋण की मार भी झेली है। यदि उनके साथ इंसाफ नहीं हुआ तो कांग्रेस पार्टी वृहद आंदोलन को बाध्य होगी।