आईआरएस को सक्रिय कर सात जिलों में की गई मॉकड्रिल,चारधाम यात्रा की परखी तैयारियां
देहरादून (उद संवाददाता)। चारधाम यात्रा की तैयारियों को परखने के लिए गुरुवार को सात जिलों में मॉकड्रिल की गई। उत्तरकाशी जिले में मॉकड्रिल के दौरान कुछ कमियां पाई गई, जिसके बाद शासन की ओर से नई गाइडलाइन बनाई गई। आपदा से निपटने के लिए गुरुवार सुबह उत्तरकाशी जिला अस्पताल में मॉकड्रिल करवाई गई, लेकिन मॉकड्रिल में कुछ कमियां पाई गईं। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने आज एनडीएमए (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) तथा यूएसडीएमए के संयुक्त प्रयासों से कंट्रोल रूम राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र सचिवालय परिसर में आयोजित मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा की आपदा प्रबंधन की दृष्टि से तैयारियों को लेकर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) की ओर से आयोजित टेबल टॉप एक्सरसाइज व मॉक ड्रिल का आयोजन एक सराहनीय प्रयास है। उन्होंने बताया कि इस ड्रिल का उद्देश्य चारधाम यात्रा की तैयारियों को पुख्ता करना है, ताकि यात्रा में किसी तरह का व्यवधान न आए और हादसों में जान-माल के नुकसान को कम से कम किया जा सके।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन, अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास सहित सभी जिम्मेदार अधिकारी आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचे। इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम आईआरएस को सक्रिय कर आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी संसाधनों को तत्काल स्टेजिंग एरिया पहुचने के निर्देश दिए गए हैं। जनपद में रात से जारी बारिश को देखते हुए चारधाम यात्रा मार्ग के विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन, यात्री वाहन के मलबे में दबने यात्री वाहन गिरने आदि की सूचना मिली। उक्त घटनाओं की जिलाधिकारी को जानकारी दी गई, जिसके बाद जिलाधिकारी द्वारा तत्काल जनपद स्तरीय आईआरएश एवं तहसील स्तरीय आईआरएस सक्रिय किए जाने के निर्देश दिए गए है। उत्तरकाशी के रामलीला मैदान को स्टेजिंग एरिया बनाया गया, जहां सभी संबंधित विभागों को अपने-अपने संसाधन भेजते हुए मौके पर पहुंचने के लिए कहा गया। पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी भी कंट्रोल रूम पहुंचे।
पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनआईएम, आइटीबीपी, सेना, सहित विभिन्न संगठन से जुड़े राहत और बचाव कर्मी जरूरी संसाधन सहित स्टेजिंग एरिया पहुंचे। जिलाधिकारी ने एडीएम को रामलीला मैदान उत्तरकाशी में बनाए गए स्टेजिंग एरिया की कमान सौंपी। जो घटनास्थल के लिए राहत बचावकर्मियों व अन्य संसाधनों को भेजने की जिम्मेदारी देखेंगे। वहीं डीईओसी टिहरी गढ़वाल में राष्ट्रीय राजमार्ग-94 चम्बा-उत्तरकशी के स्थान-चम्बा धनौला पैट्रोल पम्प ;किमी 60द्ध में 7.4 तीव्रता के भूकंप आने से एक बिल्डिंग के जमींदोज होने की सूचना मिली।इस संबंध में ऑब्जर्वर ;एनडीआरएफद्ध अमीर चन्द द्वारा डीएम/एडीएम सहित संबंधित अधिकारियों एवं पुलिस कंट्रोल रूम एवं थाना चंबा को सूचना भेजी गई। स्टेजिंग ऐरिया-पुलिस लाइन चम्बा के मैदान में सभी उपलब्ध संसाधनों सहित आईआरएस खोज बचाओ टीम एकत्रित हुई। इंसिडेंट कमाण्डर द्वारा उपस्थित खोज-बचाव टीमों को घटना की सम्पूर्ण जानकारी देकर टीमों को रवाना किया गया। मॉक ड्रिल अभ्यास के दौरान देहरादून जीजीआईसी स्कूल में आई आपदा में घायल हुए लोगों को उपचार के लिए दून अस्पताल लाया गया । वहीं हरिद्वार में गंगा में कुछ लोग डूब गए। आपदा और बचाव राहत दल तत्काल घाट पर पहुंचा। डूबते हुए व्यक्तियों को बचाया। इस दौरान कुछ को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं जिलाधिकारी ने यात्रा के दौरान भगदड़ की सूचना पर तत्काल नोडल अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। रोशनाबाद में बैठक संपन्न हुई । बचाव दल और कंट्रोल रूम को अलर्ट किया गया । यह पूरी प्रक्रिया माक ड्रिल के तहत हरिद्वार जिले में पूरी की गई। तैयारी और व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रहे इसके लिए जिलाधिकारी ने विशेष निर्देश दिए ।