एसटीएफ ने फर्जी एक्सचेंज का किया भंडाफोड़,संचालक को किया गिरफ्तार
मुख्तार की मौत के बाद बांदा जेल अधीक्षक को की गई थी कॉल,2015 में चाइना टेलीकॉम कंपनी के लिए करता था काम
देहरादून(उद संवाददाता)। यूपी के बाहुबली मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बांदा जेल अधीक्षक को कनाडा से कॉल कर जान से मारने की धमकी दी गई थी। कनाडा के उस नंबर को देहरादून स्थित फर्जी एक्सचेंज से स्थानीय नंबर पर ट्रांसफर कर कॉल की गई थी। एसटीएफ ने मंगलवार को एक्सचेंज का भंडाफोड़ कर संचालक को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ के मुताबिक, आरोपी चीन की महिला के लिए काम करता है, जो उसे हर दिन लाखों रुपये कमीशन देकर इस तरह से कॉल डायवर्ट कराती है। इसके लिए वह 500 टेलीफोन नंबरों का इस्तेमाल करता है। आरोपी को जेल भेज दिया गया है। मामले का मंगलवार को खुलासा करते हुए एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया, गत 29 मार्च को यूपी के बांदा जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को देहरादून के टेलीफोन नंबर से जान से मारने की धमकी दी गई थी। बांदा कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। नंबर देहरादून का था तो यूपी पुलिस और डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम डीओटी ने जानकारी एसटीएफ संग साझा की। जांच के दौरान पता चला कि यह नंबर स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सॉल्यूशन प्रा.लि. एमएम टावर के नाम पर पंजीकृत है, लेकिन इसके मालिक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। इस पर एसटीएफ ने मैन्युअल ही सारी जानकारियां जुटाईं।बताया, इस कंपनी को संगम विहार जीएमएस रोड देहरादून निवासी अनुराग गुप्ता चलाता है। उसने कंपनी के नाम से 500 टेलीफोन कनेक्शन भी लिए हैं। इनसे वह विदेशों की कॉल को इंटरनेट से भारतीय नंबरों पर डायवर्ट करता है। सूचना के आधार पर एसटीएफ और डीओटी की टीम ने जीएमएस रोड स्थित एमएम टावर के दूसरे तल पर छापा मारा। वहां से अनुराग गुप्ता को गिरफ्रतार कर लिया गया।बताया, आरोपी ने कंपनी के बोर्ड के स्थान पर विक्रांत फूड कंपनी एंड दूनाइट्स वेब्ड सर्विस का बोर्ड लगा रखा है, ताकि किसी को उसकी हरकतों का पता न चल सके। आरोपी के मुताबिक, 29 मार्च को जेल अधीक्षक के लिए कनाडा से फोन आया था। कनाडा के इस नंबर को उसने दून के लैंडलाइन नंबर पर डायवर्ट कर जेल अधीक्षक को फोन लगाया। आरोपी के खिलाफ वसंत विहार थाने में मुकदमा दर्ज कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। आरोपी ने बताया, उसने अगस्त 2023 से दिसंबर 2023 तक जिओ कंपनी से नंबर और इंटरनेट कनेक्शन लिया था, लेकिन जिओ अफसरों को इस अवैध काम के बारे में पता चल गया। फिर उसने दिसंबर 2023 में बीएसएनएल से पहले पीआरआई लाइन और एक राउटर लिया। यह लाइन चीन, हॉगकांग, सिंगापुर, मकाउ में स्नो फ्रलाई ऑनलाइन कंपनी से आने वाली कॉल को ग्राहकों तक भेजने के लिए ली थी। इसके लिए कुल 500 कनेक्शन लेने के साथ एसआईपी कनेक्शन और इंटरवेव टेक्नोलॉजी से इंटरनेट कनेक्शन लिया था। एसटीएफ ने मौके से दो लैपटॉप, दो सर्वर, दो सीपीयू, एक मॉनीटर, दो मीडिया कन्वर्टर, एक लाइन स्विच, तीन मॉडम, सात चार्जर व कनेक्टिंग तार, एक प्रिंटर और एक मोबाइल फोन कब्जे में लिया है।अनुराग ने यहां एक सर्वर सेटअप किया था। यहां से विदेश से आने वाली वीओआईपी कॉल को लैंडलाइन व मोबाइल नंबरों पर डायवर्ट करता था। इसके लिए उसे चीन से मोटा कमीशन मिलता है। बताया, वह 2015 में चाइना टेलीकॉम कंपनी के साथ वैल्यू ऐडेड सर्विस का काम करता था। यहां उसकी जान पहचान एमेंडा नाम की महिला से हुई। यही महिला स्नो फ्रलाई ऑनलाइन कंपनी संचालित करती है। वह उससे स्काइप एप और आईएसडी कॉल से बात करता था। उसने बताया था कि इंटरनेट से इंटरनेशनल कॉल उसे भेजी जाएंगी। इन्हें लोकल कॉल में बदलकर भारत व अन्य विदेशी स्थानों पर भेजना है। बताया था कि यह काम अवैध है, लेकिन इसके लिए उसे मोटा कमीशन दिया जाएगा। एसएसपी ने बताया, वर्तमान में वह हर दिन करीब तीन लाख रुपये कमाता था।