देवीधूरा, रीठा साहिब व मां पूर्णागिरी के लिए 12 करोड़ 53 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा

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चम्पावत। जिलाधिकारी नवनीत पांडे द्वारा मंदिर समिति मां वाराही धाम देवीधूरा, रीठा साहिब व मां पूर्णागिरी के प्रतिनिधियों व विभिन्न विभागों के अधिकारियों की मास्टर प्लान की  डीपीआर बनाए जाने के संबंध में एक आवश्यक बैठक की।
बैठक में देवीधूरा मास्टर प्लान के संबंध में अवगत कराया की मानसखंड मंदिर माला के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग द्वारा 12 करोड़ 53 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जिसमें इस क्षेत्र में विभिन्न अवस्थापना सुविधाओं के साथ ही मंदिर परिक्षेत्र, पाथवे निर्माण, मंदिर का निर्माण, आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वर्ष भर विभिन्न सुविधाएं विकसित करने पर चर्चा की गई। मां वाराही मंदिर के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में निर्णय लिया गया की मंदिर का जीर्णोधार एवं मंदिर के समीप गेट का निर्माण का कार्य मंदिर समिति देवीधूरा स्वयं अपने खर्चे पर करेगी। इसके अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग द्वारा हल्द्वानी (नैनीताल) रोड, लोहाघाट रोड एवं परिक्रमा मार्ग पर कुल तीन गेटों का निर्माण कुमाऊनी शैली के रूप में कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त परिक्रमा मार्ग के साथ ही जीआईसी हेलीपैड व स्थानीय बाजार में हॉट मिक्स,  सड़क सुधारीकरण, नाली निर्माण, ड्रेनेज व्यवस्था व  सड़क निर्माण का कार्य कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि इस क्षेत्र की सुंदरता बढ़े तथा आने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधा मिले इस हेतु अवस्थापना सुविधाओं को विकसित करने हेतु प्लान तैयार किया जाए। जिलाधिकारी श्री पांडे ने कहा कि क्षेत्र में आस्था के तहत कार्य किया जाएगा। धनराशि का शत प्रतिशत सदुपयोग हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए। इसके अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग द्वारा गहरवार खाम का निर्माण, खीरगंगा केदारनाथ से व वालिक से जो पारंपरिक पुराने पैदल मार्ग हैं उनके सुधारीकरण व मार्ग में शेड का निर्माण व अवस्थापना सुविधाये भी विकसित करने हेतु डीपीआर में शामिल कर लिया जाए। इस हेतु लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, जिला पंचायत, राजस्व विभाग, मंदिर समिति संयुक्त #निरीक्षण कर प्रस्ताव तैयार करें। जिलाधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में दो पार्कों का निर्माण जो ग्रामीण निर्माण विभाग द्वारा किया जाना है वह भी शीघ्र कर लिया जाए। साथ ही खीरगंगा को विकसित करने हेतु भी प्लान बनाने के निर्देश दिए। बैठक में रीठा साहिब के मास्टर प्लान पर चर्चा के दौरान जिलाधिकारी ने पर्यटन विभाग, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई आदि विभागों को आपसी समन्वय बनाते हुए क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी, पार्किंग, रेन बसेरा, पुल निर्माण, भू कटाव रोकथाम, घाट सौंदर्यकरण, बाढ़ सुरक्षा, लधिया व रतिया नदी के संगम स्थल का  सौंदर्यकरण, पुराने भवनों का जीर्णोधार सहित अवस्थाना सुविधाओं के कार्य को शीघ्र कराए जाने हेतु निर्देश दिए। बैठक के दौरान पूर्णागिरि क्षेत्र में विभिन्न सुविधाएं आदि विकसित किए जाने के संबंध में मंदिर समिति के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने वन विभाग से आए क्षेत्राधिकारी से क्षेत्र के वन, राजस्व एवं निजी भूमि के संबंध में नक्शा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही क्षेत्र में ठूलीगाड़ से भैरव मंदिर तक सड़क मार्ग व डबल लेन बनाये जाने हेतु शीघ्र डीपीआर बनाये जाने के निर्देश लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को दिए। इसके साथ ही क्षेत्र में पोथ से कोटकेंद्री व सेलागाड़ से कोटकेंद्री सड़क निर्माण सहित मंदिर क्षेत्र के परिक्रमा पत्र निर्माण पेयजल व्यवस्था पार्किंग निर्माण आदि पर भी चर्चा की गई बैठक में ब्लॉक प्रमुख चंपावत रेखा देवी, पाटी सुमनलता, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविंद गौड़, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत भगवत पाटनी, अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खण्ड बेगराज सिंह, मां बाराही धाम मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, सचिव मां पूर्णागिरी मंदिर समिति सुरेश चंद्र तिवारी समेत मंदिर स्मितियो के सदस्य व अन्य उपस्थित रहे।

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