नए राशन कार्ड न बनने पर कई गरीब परिवार आयुष्मान योजना में इलाज से वंचित
देहरादून। नए राशन कार्ड न बनने पर विपक्ष के साथ अपनों ने भी खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले में मंत्री रेखा आर्य को घेरा। सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने कहा कई ऐसे गरीब परिवार हैं, जिनका राशन कार्ड नहीं बनाया जा रहा है। साथ ही राशन कार्ड न होने से लोग आयुष्मान योजना में मुफ्रत इलाज से वंचित हैं। मंत्री ने कहा, प्राथमिक परिवार और अंत्योदय परिवारों के राशन कार्डों की संख्या केंद्र सरकार ने निर्धारित की है। इससे अधिक राशन कार्ड नहीं बनाए जा सके हैं। लेकिन राज्य खाद्य योजना के तहत पांच लाख से कम सालाना आय वाले परिवारों का पीला राशन कार्ड बनाए जा रहा है। उन्होंने सदन में राशन कार्ड न बनाने का परीक्षण और जांच का आश्वासन दिया। प्रश्न काल में भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल, बृजभूषण गैरोला ने राशन कार्ड न बनाने का मामला उठाया। इसके साथ कांग्रेस के विधायक प्रीतम सिंह, भाजपा विधायक विनोद चमोली और उमेश शर्मा काऊ ने भी अनुपूरक सवाल किए। विधायक चमोली ने कहा कि बजट भाषण में कहा गया कि प्रदेश में नौ लाख लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ गए। जब इतने लोग गरीबी से बाहर हो चुके हैं तो बीपीएल राशन कार्ड की संख्या भी कम होनी चाहिए। जिससे पात्र परिवारों को योजना का लाभ मिल सके। विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि कोई राशन कार्ड नहीं बन रहे हैं। आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए राशन कार्ड का होना अनिवार्य है। ऐसे में लोग इलाज से भी वंचित हो रहे हैं। मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि अपात्र परिवारों को लेकर विभाग ने अभियान शुरू किया था। इसमें 56788 लोगों ने राशन कार्ड सरेंडर किए। इनकी जगह नये पात्र परिवारों को शामिल किया गया। छह माह में 3437 प्राथमिक परिवारों के राशन कार्ड बनाए गए। प्रदेश में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सफेद राशन कार्ड बनाने को 21948 लोगों ने आवेदन किया है। प्राथमिक परिवार (सफेद कार्ड 13,13,327)
अंत्योदय परिवार (गुलाबी कार्ड 18,3,713 ) राज्य खाद्य योजना ( पीला कार्ड 9,64,444।)