‘आक्रामक’ नहीं,‘फोकस्ड’ होगा इस बार ‘भाजपा’ का चुनाव प्रचार
महाधिवेशन में कार्यकर्ताओं को मिला टारगेट हंड्रेड डेज ,लाभार्थियों पर फोकस होगा भाजपा चुनाव प्रचार
जीत का मोदी मंत्र लेकर लौटे ढाई सौ प्रतिनिधि उत्तराखंड में करेंगे भाजपा की जीत सुनिश्चित
ऊधमसिंहनगर। पिछले दो आम चुनाव बेहद आक्रामक ढंग से लड़कर जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी इस दफे एक अलग रणनीति के तहत आगामी आम चुनाव लड़ेगी ।अबकी बार भाजपा का चुनाव प्रचार आक्रामक नहीं बल्कि लाभार्थी फोकस्ड होगा। गुजरे दिनों राष्ट्रीय राजधानी स्थित भारत मंडपम में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महाधिवेशन में पीएम नरेंद्र मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए टारगेट हंड्रेड निर्धारित करते हुए उन्हें लाभार्थियों एवं नव मतदाताओं पर फोकस करने का मंत्र दिया है। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को कमल के फूल को ही प्रत्याशी मानकर ‘कमल’ के लिए ही अगले 100 दिन समर्पित करने का आग्रह किया है, ताकि भारतीय जनता पार्टी 370 प्लस सांसद जिताने के लक्ष्य को हासिल कर सके। लिहाजा राष्ट्रीय महाधिवेशन से जीत का मोदी मंत्र लेकर लौटे ढाई सौ प्रतिनिधियों अब जीत के इस मोदी मंत्र को अब उत्तराखंड में पोलिंग बूथ स्तर तक पहुंचाएंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार अगले 100 दिनों में भाजपा के हर नेता, पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के साथ हर लाभार्थी तक पहुंचना होगा तथा फर्स्ट टाइम वोटर यानी नव मतदाता तक अपनी पद अपनी पैठ बनानी होगी ताकि उन्हें केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार की उपलब्धियों और भावी संकल्पों के बारे में मतदाताओं को जागरूक किया जा सके। इसके अलावाअलग-अलग बैठकों व मंत्रणाओं मे सभी प्रतिनिधियों को यह नसीहत दी गई है कि वे अगले 100 दिन विपक्ष की तू- तू, मैं-मैं की तकरार में नहीं फंसें । इस प्रकार मोटे तौर पर पिछले दस वर्ष में केंद्र सरकार की उपलब्धियां ही पार्टी का मुख्य चुनावी हथियार होगी। इस क्रम में लाभार्थी योजना से क्या बदला, अयोध्या में राम मंदिर, अनुच्छेद 370 हटाने, कर्तव्यपथ, नई संसद, तीन तलाक, वन रैंक वन पेंशन, विदेश नीति, दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था का मुकाम हासिल करने आदि उपलब्धि का प्रचार किया जाएगा ।सरकारी लाभार्थियों से संपर्क के क्रम में लाभार्थियों के घर तक पहुंचकर उन्हें पत्रक भेंट किए जाएंगे और उनके घर पर स्टीकर लगाए जाएंगे ,साथ ही एक विशेष मोबाइल नंबर पर लाभार्थी के नंबर से मिस्ड कॉल करवाई जाएगी। लाभार्थियों सरकारी योजनाओं पर बात कर उनका फीडबैक लिया जाएगा और बातचीत का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाएगा, साथ ही लाभार्थी अगर एंड्रॉयड फोन उपभोग करता है तो उसके फोन पर नमो ऐप एवं सरल ऐप भी डाउनलोड कराए जाएंगे है।