जौलीग्रांट और पंतनगर में बनेंगे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्टः देहरादून एयरपोर्ट में दिखी संस्कृति, प्रकृति और वास्तुकला की झलक
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय नागरिक उड्यन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने देहरादून एयरपोर्ट टर्मिनल फेज-2 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उनके लिए यह क्षण कई पहलुओं से भावुक और महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड से उनका पहले से नाता है। उन्होंने 05 साल उत्तराखण्ड से शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय द्वारा पिथौरागढ़-हिंडन हवाई सेवा के लिए कार्यवाही शुरू की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी मेडिकल सर्विस हेतु हेलीकॉप्टर सेवा की देश में उत्तराखण्ड से शुरूआत की जा रही है। एम्स ऋषिकेश में इसके लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार व्यत्तफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में नागरिक उîóयन के क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहे हैं। ै। इस अवसर पर सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, विधायक श्री बृज भूषण गैरोला, वर्चुअल माध्यम से सचिव नागर उड्यन श्री वुमलुनमंग वुअलनाम, अध्यक्ष एएआई श्री संजीव कुमार उपस्थित थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून एयरपोर्ट पर कहा कि जल्द ही जौलीग्रांट और पंतनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाए जाएंगे। जिसके लिए प्रदेश सरकार सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने में जुटी हुई है। एयरपोर्ट के निरीक्षण के दौरान एयरपोर्ट प्रशासन ने मुख्यमंत्री को एयरपोर्ट विस्तारीकरण को लेकर विभिन्न डिस्प्ले बोर्ड भी दिखाए। जिसमें दिखाया गया था कि एयरपोर्ट के पास कुल 326.42 एकड़ जमीन है। वर्तमान में एयरपोर्ट का रनवे कुल 2140 मीटर लंबा है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए रनवे को 650 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा बनाया जाना प्रस्तावित है। जिसके लिए कुल 243 एकड़ जमीन की और आवश्यकता है। जिसके बाद रनवे की लंबाई 2700 मीटर से अधिक हो जाएगी। जिस पर ए 320-200 ए/सी एयरक्राफ्ट आराम से लैंड हो सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ से हिंडन के लिए जल्द ही फ्रलाइट शुरू की जाएगी। इसके लिए नागर उîóयन मंत्री ने शेडयूल में डाल दिया है। हिमालय दर्शन सेवा को भी शुरू किए जाने पर विचार किया जा रहा है। प्रदेश में प्रतिवर्ष तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों की संख्या को देखते हुए उड़ान योजना के अंतर्गत 13 हेलीपोर्ट सहस्रधारा, गौचर, हल्द्वानी, नैनीताल, चिल्याणीसौड़, अल्मोडा, नई टिहरी, धारचूला, जोशीमठ, हरिद्वार, श्रीनगर, मसूरी, धारचूला में किया जा रहा है। फेज 2 के शुभारंभ मौके पर टर्मिनल के अंदर एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए जो लेआउट लगाया गया था। उसके अनुसार देहरादून एयरपोर्ट रानीपोखरी की तरफ थानो वन रेंज के जंगल की तरफ बढ़ाया जाना प्रस्तावित है। जिसमें कुल 243 वन भूमि ली जानी प्रस्तावित है। उल्लेखनीय है कि डेढ़ साल पहले डोईवाला प्रशासन ने विस्तारीकरण को लेकर जौलीग्रांट मुख्य बाजार से लेकर दुर्गा चौक तक का सर्वे किया था। जिसका लोगों ने भारी विरोध किया था। अब दून एयरपोर्ट की पैसेंजर क्षमता करीब 10 गुना बढ़ गई है। एयरपोर्ट टर्मिनल फेज टू शुरू होने से एयरपोर्ट की क्षमता चार लाख पैसेंजर प्रतिवर्ष से बढ़कर अब 47 लाख पैसेंजर प्रतिवर्ष तक हो गई है। पीक आवर्स में यह यह टर्मिनल 3240 यात्रियों को सेवाएं देने में सक्षम हो गया है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को ध्यान में रखकर टर्मिनल तैयार किया गया है।वर्तमान में एयरपोर्ट पर 20 विमानों की पार्किंग, 48 चेक इन काउंटर, चार कन्वेयर बेल्ट, 12 एक्स-रे बैगेज स्कैनर मशीन और टर्मिनल के बाहर 500 कारों की पार्किंग सुविधा हो गई है। दिव्यांगजनों के लिए रैंप, लिफ्रट और विशेष रूप से डिजाइन किए शौचालय बनाए गए हैं। टर्मिनल के अंदर और बाहर खंभों पर उत्तराखंड की संस्कृति और वेदमंत्रों को उकेरा गया है।486 करोड़ की लागत से बनाए गए देहरादून एयरपोर्ट टर्मिनल से हवाई यात्रियों और फ्रलाइट की संख्या में बढ़ोत्तरी की संभावनाएं जताई जा रही हैं। इसके अलावा रिजनल कनेक्टिविटी के तहत दून एयरपोर्ट को प्रदेश के कई जिलों से हवाई मार्ग से जोड़ने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा ने बताया कि दून एयरपोर्ट टर्मिनल पुराने टर्मिनल की तुलना में दस गुना बड़ा हो गया है। जिसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनने पर भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। जल्द ही देश के कई शहरों और प्रदेश के कई जिलों से भी हवाई सेवाएं शुरू की जाएंगी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा फेज-2 शुरू होने से दून एयरपोर्ट ने नए मुकाम को हासिल किया है। पर्यटन, तीर्थाटन और आपदाओं के समय एयरपोर्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।