उत्तराखंड विधानसभा में पेश होगा यूसीसी विधेयक : सत्र की तैयारियां पूरी, पांच फरवरी से धारा-144 लागू रहेगी
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने की शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण ढंग से सत्र संचालित करने के लिए सहयोग की अपील, मंत्री सुबोध उनियाल को संसदीय कार्यमंत्री का जिम्मा सौंपा
देहरादून(उद संवाददाता)। उत्तराखंड में पांच फरवरी से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र की तैयारियां पूरी हो गई हैं। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने रविवार को कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलाई है।विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण के अध्यक्षता में हुई कार्य मंत्रणा बैठक में एक दिन का एजेंडा तय किया गया। सोमवार को दोबारा बैठक होगी। और सदन के संचालन के लिए आगे का एजेंडा तय होगा। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने रविवार को कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलाई, जिसमें सदन का बिजनेस तय हुआ। कार्यमंत्रणा की बैठक के साथ ही स्पीकर विधायक मंडल दल के नेताओं के साथ भी बैठक की। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी के साथ ही नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद, विधायक प्रीतम सिंह के साथ कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी शामिल हुए। बता दें कि संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के भाई के निधन के चलते मंत्री सुबोध उनियाल को संसदीय कार्यमंत्री का जिम्मा सौंपा गया है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने सभी विधायकों से सदन की कार्रवाई में सहयोग करने की अपील की है। सत्र के आठ फरवरी तक चलने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, पहले दिन निधन पर शोक के प्रस्ताव आएंगे। छह फरवरी को समान नागरिक संहिता और राज्य आंदोलनकारियों के क्षैतिज आरक्षण के दो विधेयक पेश होंगे। पांच फरवरी से विधानसभा परिसर के चारों ओर 300 मीटर की परिधि में धारा-144 लागू रहेगी। जिलाधिकारी सोनिका ने बताया, सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के दौरान निर्धारित क्षेत्र में संगठनों व समुदायों के प्रदर्शन गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी। भीड़ लगाने सहित किसी भी प्रकार की नारेबाजी, लाउडस्पीकर का प्रयोग, सरकारी इमारतों पर नारे लिखना प्रतिबंधित रहेगा। किसी भी प्रकार के जुलूस, प्रदर्शन, सार्वजनिक सभा को बिना पूर्व अनुमति के नहीं किया जा सकेगा।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक बुलाई
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने रविवार शाम को अपने सरकारी आवास पर कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक बुलाई है। बैठक में धामी सरकार द्वारा लाए जा रहे समान नागरिक संहिता विधेयक को लेकर खासतौर पर रणनीति बनेगी। इस पर मंथन करने को आर्य ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, हीरा सिंह बिष्ट, नव प्रभात, मंत्री प्रसाद नैथानी, दिनेश अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह नेगी समेत सभी वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया है। बैठक में यूसीसी के अलावा भू कानून, कानून व्यवस्था समेत कई अन्य मुद्दों को विपक्ष धार देगा। वहीं दूसरी तरफ धामी सरकार द्वारा विधानसभा में यूसीसी विधेयक पेश करने को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।