वन विभाग ने बाघ को किया ट्रेंकुलाइज,ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

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ग्रामीण को मारने के बाद बाघ ने मवेशी को भी बनाया था निवाला
रामनगर (उद संवाददाता)। रामनगर वनप्रभाग अंतर्गत कोसी रेंज स्थित चुकुम गांव में बुजुर्ग को मौत के घाट उतारने वाले बाघ को वन विभाग ने 24 घंटे के भीतर ही टैकुलाइज कर लिया है। वन विभाग की टीम ने बाघ के सैंपल लेकर जांच के लिए सीसीएमबी हैदराबाद भेज दिये है। साथ ही बाघ को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेंज स्थित ढेला रेस्क्यू सेंटर में भेज दिया गया है। बाघ के पकड़े जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। बता दें शनिवार सुबह बाघ ने चुकुम गांव के निवासी 60 वर्षीय गोपाल राम पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। खोजबीन करने पर गोपाल राम का शव जंगल में बरामद किया गया था। बाघ के हमले की घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत व्याप्त थी। जिसके चलते वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी थी। रामनगर वनप्रभाग के डीएफओ दीगांत नायक ने बताया कि उच्चाधिकारियों से अनुमति लेकर बाघ को पकड़ने के लिए घटना वाले क्षेत्र के पास दो पिंजरे लगाने के साथ ही वनकर्मियो की चार टीमों को गठित कर बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की कार्रवाई शुरू कर दी थी। बाघ की लगातार मोनिटरिंग वन कर्मियों द्वारा की जा रही थी। शनिवार सुबह बुजुर्ग पर हमला करने के बाद बाघ ने देर रात एक मवेशी को भी अपना निवाला बनाया था। बाघ के आतंक को देखते हुए 24 घंटे के भीतर ही देर रात 3बजे बाघ को चुकुम गांव से ट्रेकुलाइज कर लिया गया। उन्होंने बताया कि बाघ की उम्र लगभग तीन साल की है,बाघ को रेस्क्यू के लिए ढेला सेंटर भेजा गया है। जहां बाघ के ब्लड सैंपल लेकर सीसीएमबी हैदराबाद जांच के लिए भेज दिए हैं। जांच से यह भी साफ हो जाएगा कि उक्त बाघ ने बुजुर्ग को निवाला बनाया था या नहीं। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। बाघ को सफलता पूर्वक रेस्क्यू करने पर डीएफओ ने अपनी टीम के रेंजर शेखर तिवारी , वन दरोगा वीरेंद्र पांडे,दिगपाल नेगी आदि वन कर्मियों को बधाई दी।

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