चारधाम यात्रा व्यवस्था को लेकर तैयारियां शुरू: सभी सड़कों के मौका मुआयना करने के निर्देश
तीर्थ यात्रियों के पंजीकरण की व्यवस्था ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन भी रहेगी
देहरादून(उद संवाददाता)। देवभूमि उत्तराखंड में आगामी चारधाम यात्रा को लेकर प्रदेश सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। यात्रा के दौरान केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में यात्रियों की वहन क्षमता को देखते हुए भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार नई व्यवस्था का अध्ययन व परीक्षण कर रही है। बीते वर्ष की तरह चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थ यात्रियों के पंजीकरण की व्यवस्था ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन भी रहेगी। इसके अलावा केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर पर्यटकों के लिए संचालित घोड़े खच्चरों के साथ क्रूरता रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को सचिवालय में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर पहली बैठक ली। उन्होंने कहा कि इस बार में चारधाम यात्रा में भारी संख्या में तीर्थयात्री आएंगे। इसके लिए धामों में पर्यटकों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम समय पर पूरे किए जाएं। चारधाम में यात्रियों की वहन क्षमता का विशेष ध्यान देना होगा। जिस तरह से वैष्णो देवी में दर्शन के लिए टोकन सिस्टम है। उसी तरह चारधाम में व्यवस्था बनाने का अध्ययन किया जा रहा है। महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान तोता घाटी के समीप होने वाले भूस्खलन को देखते हुए श्रीनगर के समीप यात्रियों को मार्ग अवरुद्ध होने की जानकारी देने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएं। डंपिंग जोन को समतल कर पार्किंग की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। उन्होंने आरटीओ को सभी सड़कों के मौका मुआयना करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पर्यटकों और यात्रियों की समस्याओं को सुनने और समाधान के लिए पर्यटन पुलिस को दक्ष कर अलग से वर्दी निर्धारित की जाए। बैठक में बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज पांडेय, पर्यटन विकास परिषद के अपर मुख्य अधिकारी युगल किशोर पंत, अपर सचिव गृह रिद्धिमा अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार बीडी सिंह, बीकेटीसी के अनिल ध्यानी,जीएमवीएन की विप्रा त्रिवेदी समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
चारधाम यात्रा मार्ग पर शौचालयों में नहीं लिया जाएगा शुल्क: महाराज
देहरादून। पर्यटन विभाग का पंजीकरण सिस्टम पूरी तरह से तैयार है। पिछले वर्ष 70 लाख तीर्थ यात्रियों ने पंजीकरण कराया था। जिसमें 56 लाख से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए। पर्यटन मंत्री ने कहा कि यात्रा में देश-दुनिया से श्रद्धालु आते हैं। यात्रा मार्ग पर शौचालय इस्तेमाल करने पर पर्यटकों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए।चारधामों में तीर्थ यात्रियों से मनमाने दाम वसूलने की शिकायत मिलती है। इसे देखते हुए पर्यटन मंत्री ने खाद्य वस्तुओं की दरें तय कर दुकानों के बाहर लगाने के निर्देश दिए। निर्धारित दरों से अधिक वसूलने पर सरकार की ओर से कार्रवाई जाएगी। साथ ही केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर घोड़े खच्चरों व डंडे-कंडी की दरें भी तय की जाएगी।महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। नए वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए प्राथमिकता के आधार पर सड़कों का निर्माण किया जाएगा।