मकर संक्रांति: हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है घुघुतिया का पर्व: बागेश्वर में उत्तरायणी मेले का मुख्यमंत्री धामी ने किया वर्चुअल शुभारंभ

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मकर संक्रांति की संध्या पर जगमग हुई धर्मनगरी
बागेश्वर/हरिद्वार। कुमाऊं मंडल में आज मकर संक्रांति का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। गंगा स्नान के लिए हरिद्वार के हरकी पैड़ी में श्रद्धालुओं का तातां लगा हुआ वहीं पर्वतीर्य क्षेत्र के ग्रामीण अपने घरों मे अपने अराध्य देवताओं की पूजा अर्चना कर घुगूती का पर्व मना रहे है। बच्चों ने अपने गले मं घुगूती की माला पहनकर अपनी संस्कृति को संरक्षित करने का संदेश दिया। घुघुतिया या मकर संक्रांति के अगले दिन बच्चे काले कौआ घुघुती माला खाले की आवाज लगाकर कौए को बुलाते हैं और उसे यह पकवान खिलाते हैं. उत्तराखंड के बाहर रह रहे युवाओं में भी घुघुतिया त्यौहार के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अनेक समूह अलग अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिये वीडियो और लेख पोस्ट कर रहे हैं । मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को मकर संक्रांति व उत्तरायणी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर जारी अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि सूर्यदेव की उपासना, दान एवं धर्म परायणता का यह पर्व लोगों के जीवन में उत्साह और उमंग का संचार करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति में मकर संक्रांति और इस अवसर पर किए जाने वाले दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। यह पर्व माँगलिक कार्यों के शुभारम्भ से भी जुड़ा है। मुख्यमंत्री ने कामना की कि भगवान सूर्य की आराधना का यह पर्व सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे। मकर संक्रांति पर गंगा स्नान के लिए देव डोलियों के साथ श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कड़ाके की ठंड पर आस्था भारी पड़ी और हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा भागीरथी में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। दर्जनों देव डोलियों की मौजूदगी में ढोल-नगाड़ों की आवाज और मां गंगा के जयकारों से पूरी काशी नगरी गुंजायमान हो रही है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बागेश्वर में उत्तरायणी मेले के शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि संस्कृति के संरक्षण में मेलों की महत्वपूर्ण भूमिका है। बागेश्वर में लगने वाले उत्तरायणी मेले का संस्कृति व धार्मिक महत्व है।  मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि इस बार की मकर संक्रांति व माघ माह बेहद खास है क्योंकि इस बार अयोध्या में प्रभु श्री राम विराजमान हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी श्री बद्री दत्त पांडे समेत कई सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से कुली बेगार जैसी कुप्रथा का अंत हुआ। उन्होंने उत्तराखण्ड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति का योगदान और स्वच्छता को संस्कार के रूप में अपनाने की अपील की। कार्यक्रम से पूर्व तहसील परिसर में विभिन्न विद्यालयों के बच्चों तथा विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक झांकी का प्रदर्शन किया गया। जिसका शुभारम्भ महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री भगत सिंह कोश्यारी व राज्य मंत्री श्री शिव सिंह बिष्ट ने किया। इससे पूर्व सांसद श्री अजय टम्टा व जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, विधायक श्री सुरेश गड़िया तथा श्रीमती पार्वती दास समेत जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने मेले का शुभारंभ किया।मेले के शुभारंभ अवसर पर ब्लॉक प्रमुख बागेश्वर पुष्पा देवी, ब्लॉक प्रमुख गरुड़ हेमा बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा इन्द्र सिंह फर्स्वाण, पूर्व विधायक बलवंत सिंह भौर्याल, कुंदन परिहार, पूर्व जिपं अध्यक्ष दीपा आर्या व विक्रम शाही आदि उपस्थित रहे।

मकर संक्रांति के पावन पर्व पर ड्यूटी हेतु उपस्थित हरिद्वार पुलिस व प्रशासन के साझा प्रयास से आयोजित मकर संक्रांति संध्या पर ड्यूटी हेतु उपस्थित पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा हर की पैड़ी क्षेत्रांतर्गत दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजित कार्यक्रम में हरिद्वार पुलिस व शासन प्रशासन के लगभग 700 लोगों के साथ आसपास मौजूद गंगा सभा के लोगों व आमजन द्वारा भी दीप प्रज्ज्वलित कर देश में सुख समृद्धि, विकास एवं निष्क्रिय ऊर्जा को सक्रिय करने हेतु प्रार्थना की गई।

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