किसानों के गन्ने का मूल्य 425 रुपए कुंतल घोषित करने की मांग,मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
किसान सम्मान यात्रा निकालकर पूर्व सीएम हरदा ने भरी हुकार
हरिद्वार(उद संवाददाता)। पूर्व सीएम हरीश रावत ने लक्सर में किसान सम्मान यात्रा निकालकर गन्ने का मूल्य 425 रुपए से ज्यादा करने की मांग रखी। इतना ही नहीं उन्होंने मौजूदा सरकार को किसान विरोधी सरकार बताया है। क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओ व किसानों ने पदयात्रा निकालकर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और तहसीलदार के माध्म से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। किसानों के गन्ना मूल्य घोषित न करने पर कांग्रेस हमलावर हो गई है। गुरूवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने किसान सम्मान यात्रा निकाली। इस दौरान हरीश रावत ने बीजेपी को किसान विरोधी सरकार करार दिया। उन्होंने गन्ने का मूल्य 425 रुपए कुंतल से ज्यादा करने की मांग की। वहीं, सहकारी गन्ना विकास परिसर में किसानों का धरना 23वें दिन भी जारी रहा। लक्सर में कांग्रेस नेता हरीश रावत ने बालावाली चौक से लक्सर तहसील परिसर तक कार्यकर्ताओं के साथ एक किसान सम्मान यात्रा निकाली। हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड की मौजूदा सरकार किसान विरोधी सरकार है। सरकार ने अभी तक 2023-24 के पेराई सत्र का गन्ना मूल्य घोषित न करके किसानों का शोषण किया है. किसानों के साथ धोखा करने का काम किया जा रहा है। सरकार ने 1100 रुपए प्रति बीघा मुआवजा देकर किसानों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि लक्सर क्षेत्र का किसान बाढ़ की वजह से फसलों को नुकसान पहुंचने पर अभी तक परेशान है। जो बची हुई फसल है, उसका भी सरकार सही से दाम नहीं लगा रही है। 3 महीने के बिजली माफ करने का वादा सरकार ने किया है, उसके बावजूद भी अभी तक बिल माफ नहीं हुए हैं। सरकार को चाहिए कि जल्द किसानों को राहत देते हुए 3 महीने के बिल माफ होने चाहिए। किसान को खेती के लिए सही प्रकार से खाद भी नहीं मिल पा रहा है। आए दिन खाद की किल्लत के कारण किसान परेशान हैं। ऊपर से उनके गन्ने का मूल्य भी घोषित नहीं किया जा रहा है। पेराई सत्र शुरू हुए में दो महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक गन्ने का मूल्य घोषित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को 425 रुपए से ज्यादा गन्ना मूल्य घोषित करना चाहिए। जिससे किसानों को राहत मिल सके। हरीश रावत ने चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस शांत नहीं बैठेगी। जब तक गन्ने का मूल्य घोषित नहीं हो जाता, तब तक जगह-जगह सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।