राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पर्वतारोही सविता कंसवाल को मरणोपरांत तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार 2022 से किया सम्मानित

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नम हुई मां की आंखे..16 दिन के अंतराल में माउंट एवरेस्ट और माउंट मकालू पर तिरंगा फहराया था
नई दिल्ली/ देहरादून (उद संवाददाता)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को दिल्ली में पर्वतारोही स्वर्गीय सविता कंसवाल को मरणोपरांत श्तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार.2022 से सम्मानित किया है। बता दें ये यह सम्मान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सविता के पिता राधेश्याम कंसवाल को दिल्ली में दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग पर पोस्ट कर लिखा कि देवभूमि की बेटी पर्वतारोही स्व- सविता कंसवाल को मरणोपरांत श्तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार.2022 से सम्मानित किया गया। नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सविता के पिताजी राधेश्याम कंसवाल को यह सम्मान दिया। सविता कंसवाल पहली भारतीय महिला पर्वतारोही थी जिन्होंने 16 दिन के अंतराल में माउंट एवरेस्ट और माउंट मकालू पर तिरंगा फहराया था।

” देवभूमि की बेटी पर्वतारोही स्व. सविता कंसवाल जी को मरणोपरांत “तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार-2022” से सम्मानित किया गया। नई दिल्ली में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा सविता जी के पिताजी श्री राधेश्याम कंसवाल जी को यह सम्मान दिया गया। सविता कंसवाल जी पहली भारतीय महिला पर्वतारोही थी, जिन्होंने 16 दिन के अंतराल में माउंट एवरेस्ट और माउंट मकालू पर तिरंगा फहराया था। सविता जी के अदम्य साहस और दृढ़ता को कोटिशः नमन !”
– मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

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