उत्तराखंड में हरीश रावत का हल्ला बोलः देहरादून में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा निकाली
भाजपा सरकार किसान विरोधी, महिला विरोधी और नौजवानों की विरोधी भी है : हरीश रावत
देहरादून (उद संवाददाता)। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बेरोजगारी खिलाफ देहरादून में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा निकालकर राज्य सरकार को निशाने पर लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत देहरादून के घंटाघर स्थित राजीव कॉम्प्लेक्स से गांधी पार्क तक पदयात्रा निकालकर निरंतर बढ़ती बेरोजगारी को लेकर राज्य की भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस दौरान मीडिया से वार्ता करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि आज प्रदेश के बारोजगार युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। सरकारी पदों पर भर्तियों नहीं निकाली जारही है। सिर्फ भर्ती का ढकोसला हो रहा है। नाम मात्र की छोटी बड़ी भर्तियों के बल पर भाजपा सरकार गाल बजा रही है। सरकारी लगभग 93 हजार पदों में से पद विज्ञापित किये जा रहे है लेकिन किसी न किसी बहाने नियुक्तियों को रोका जा रहा है। सिडकुल की कई ईकाईयों में युवा बरोजगार हो रहे है। बीएचईएल जैसी संस्थाओं में 2016 में जितने कर्मचारी काम करते थे आज उससे कर्म लोग काम कर रहे है। पूर्व सीएम ने कहा कि आईडीपीएल और एचएमटी बंद कर दी गई है । उत्तराखंड में भाजपा की सरकार रोजगार विरोधी और नौजवान विरोधी है । उत्तराखंड की सरकार का अगर पहला धर्म अगर चारधामों को प्रणाम करना है तो दूसरा धर्म नौजवानों का ध्यान भी रखना होना चाहिये। सरकार ने नौजवानों के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि हम विपक्ष में है हमारी जिम्मेदारी नौजवानों के हितों की आवाज उठाकर उन्हें रोजगार दिलाना है। यह मेरी नौजवानों के समर्थन में सिर्फ सांकेतिक पदयात्रा है । पूर्व सीएम ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से अब इस अभियान को राज्यव्यापी मुहिम बनाकर जगह जगह प्रदर्शन करने का आह्वान किया। भाजपा सरकार किसान विरोधी महिला विरोधी और नौजवानों की विरोधी भी है। अब युवा विरोधी चेहरे को बेनकाब किया जायेगा। हमारे समय में स्पोर्स्ट कोटे की भर्तियों की नीतियों को बदला जा रहा है। आबकारी की भर्ती में बाहरी लोगों की भर्ती के लिए छूट को समाप्त कर दी गई है यह रवैया नौजवान विरोधी है। पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस देशभर के बेरोजगार नौजवानों के साथ खड़ी है। उत्तराखंड में हार्टीकलर्चर और प्रधानमंत्री सिंचाई योजना में घोटाले हो रहे है। इसकी उच्चस्तरीय जोच होनी चाहिये। पूर्व सीएम ने श्री राम मंदिर के निर्माण को लेकर कहा कि आस्था और राजनीति की जंग हो रही है हम निरंतर आस्था रखेंगे। हम अयोध्या जायेंगे लेकिन हम अपनी भावनाओं की तिथि पर लोगों के साथ रामलला के दर्शन किये जायेगें। पूर्व सीएम ने कहा कि भू कानून के मुद्दे पर सरकार जनता को बरगलाने का काम कर रही है। जब तक ठोस भू कानून लागू नहीं होता उत्तराखंड की जमीन संस्कृति खतरे में है राज्य के हित सुरक्षित नहीं हो सकते है। इस दौरान पदयात्रा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, हीरा सिंह बिष्ट, शूरवीर सिंह सजवान, महानगर अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी, सुरेंद्र कुमार, रामयश सिंह, सतपाल ब्रह्मचारी, सुरेंद्र सिंह सजवाण, गोदावरी थापली, गरिमा दसौनी, शीशपाल बिष्ट, आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा, उर्मिला थापा, मथुरा दत्त जोशी आदि मौजूद रहे।