खटीमा में नाकेबंदी,जंगलों में छानबीन: सिद्ध बाबा भारामल के मंदिर में घुसकर महंत हरि गिरी महाराज और सेवादार की हत्या कर दानपात्र से लूटी लाखों की नगदी, जिंदा बचे नन्हे से पूछताछ

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खटीमा। उधम सिंह नगर जनपद के खटीमा क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध सिद्ध बाबा भारामल धाम मंदिर के महंत बाबा हरि गिरि महाराज और एक अन्य की हत्या कर दी गई है। प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी के गृह क्षेत्र खटीमा के मंदिर में घुसकर लूटपाट करने और दोहरे हत्याकांड की घटना से जहां प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है वहीं क्षेत्र में बदमाशों के आतंक को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था को भी खुली चुनौती मिल रही हैं। शुक्रवार को उत्तराखंड के खटीमा में एक मंदिर में बाबा और सेवक की लाठी डंडों से पीटकर हत्या कर दी गई। वहीं एक सेवक को बदमाश मरा समझकर छोड़कर भाग गए। शुक्रवार को दोपहर बाद हत्याकांड की खबर पूरे प्रदेश में फैल गई। वहीं पुलिस और प्रशासन में भी हड़कंप मचा हुआ है। हत्याकांड की सूचना मिलने पर क्षेत्र की पुलिस के साथ अधिकारी भी मंदिर पहुंच गये हैं पूरे क्षेत्र की नाकेबंदी कर घटना की छानबीन शुरू कर दी गई हैं । वहीं सिद्ध बाबा हरि गिरी जी महाराज की मौत पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शोक संवेदना व्यक्त की है। सीएम धाामी ने मठ मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश देते हुए पुलिस प्रशासन को हमले में शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये है। वहीं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि खटीमा में बाबा भारामल मंदिर के मुख्य महंत स्वर्गीय हरि गिरी जी महाराज और उनके सेवादार की निर्मम हत्या कर दी गई जो की शर्मनाक है ,यह आध्यात्मिक जगत के साथ ही सम्पूर्ण समाज के लिए भी अपूरणीय क्षति है। मेरी श्री हरि से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। बताया जा रहा है कि खटीमा के सुरई रेंज स्थित भारामल मंदिर में बाबा और सेवक की बीती रात लाठी डंडों से पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक बाबा हरीगिरि महाराज और सेवक रूपा का शव मंदिर परिसर में बरामद किया गया। घायल दूसरा सेवक नन्हे खटीमा नागरिक अस्पताल में भर्ती है। एसडीएम और एएसपी घटना स्थल पर पहुंचे। हत्याकांड की वजह अभी पता नहीं है। सेवादार घायल नन्हे बाबा ने बताया कि गुरुवार की देर रात लगभग 12 बजे के आसपास तीन लोगों ने हमले को अंजाम दिया। हमले के वत्तफ आश्रम में बाबा हरी गिरी महाराज और सेवादार नन्हे बाबा के साथ दो अन्य लोग मौजूद थे। सभी लोग सो रहे थे। इसी दौरान सोते हुए लोगों पर ही एकाएक लाठी डंडों से जबरदस्त हमला किया गया। इसमें आश्रम के मुख्य महंत बाबा हरि गिरि महाराज और मानसिक रोगी युवक रूपा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं आश्रम में रुका दूसरा मानसिक रोगी जगदीश हमले के समय जाग चुका था। हमले की दहशत के चलते अपनी जान बचाने के लिए घने जंगल में भाग गया। वहीं आवाज सुनकर जाग चुके सेवादार नन्हे बाबा पर भी हमला कर दिया। इससे वो बेहोश हो गए और हमलावरों उन्हें मरा हुआ समझ कर छोड़कर भाग गए। भारामल धाम में महंत हरि गिरी महाराज की हत्या, 27 दिसंबर को सीएम धामी भी आाये थे मंदिर, भंडारे में की थी सेवा सिद्ध बाबा भारामल समाधि धाम में स्थानीय लोगों की बहुत आस्था है। यहां तक की उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बाबा के धाम में बहुत आस्था रखते हैं। बीती 27 दिसंबर को धाम में हुए भंडारे में मुख्यमंत्री धामी ने हाजिरी लगा कर सेवा की थी। ऐसे में धाम में हुई यह यह घटना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। वारदात की जांच के लिए फोरेंसिक टीम भी पहुंची। वहीं घटना में घायल हुए सेवादार नन्हे बाबा को उपचार के लिए खटीमा के नागरिक चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों के अनुसार उनकी हालत अब स्थिर है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। जांच में वन विभाग द्वारा लगाए गए कैमरा ट्रेप, डॉग स्क्वाड और फोरेंसिक टीम की मदद से एविडेंस कलेक्ट किए जा रहे हैं। प्रथम दृष्टि में यह लग रहा है कि लूटपाट की नियत से इस घटना को अंजाम दिया गया है। वहीं मौके पर पहुंचे खटीमा विधायक भुवन कापड़ी ने भी इस घटना पर रोष जताते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होने कहा कि हत्याकांड में शमिल अपराधियों को शीघ्र गिरफ्रतार किया जाये। बताया जा रहा है कि बदमाशों ने बाबा के एक शिष्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया जबकि दूसरे ने छिपकर जान बचाई। बदमाशों ने मंदिर के दोनों दानपत्रों के साथ ही बाबा के पास की नगदी भी ले गए। पुलिस ने घायल को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया है और दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इधर घटना से मंदिर परिसर में मृतक के परिजनों की चीख पुकार मची रही। बाबा भारामल मंदिर पर गुरुवार अर्धरात्रि के बाद आए तीन नकाबपोश बदमाश मंदिर की चहारदीवारी फांदकर परिसर में घुसे। उन्होंने मंदिर परिसर स्थित अपनी कुटिया में सो रहे बाबा हरिगिरी ;60द्ध पर लाठी डंडों से हमला बोल नगदी छीन ली और बाबा से पूछते रहे कि और बाकी पैसे कहा हैं। बाबा की चीख पुकार सुनकर मंदिर के दूसरी ओर सो रहे शिष्य नन्हे उस ओर दौड़ा तो बदमाशों ने उस पर हमला कर दिया। जिससे वह मुंह के बल गिर गया। उसे मरा समझ बदमाशों ने मंदिर परिसर के टिनशेड में सो रहे रूप सिंह 48 पुत्र फकीर सिंह पर हमला कर उसे घायल कर दिया। जबकि मंदिर में मौजूद चौथा व्यत्तिफ जगदीश हमलावरों को देख वहां से भागकर छिप गया। बदमाश मंदिर के दो दानपात्रों और बाबा हरिगिरि से छीनी नगदी लेकर फरार हो गए। बाबा भारमल मंदिर परिसर में हुई घटना का लोगों को तब पता चला जब शुक्रवार सुबह मंदिर परिसर में घायल पड़े लोगों को वन कर्मियों ने देखा और और उन्होंने ग्राम चौकीदार को सूचना दी। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और झनकईया प्रभारी थानाध्यक्ष प्रदीप शर्मा दल बल के साथ भारमल मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने देखा कि मुख्य पुजारी बाबा हरि गिरि महाराज और रूप सिंह की मौत हो चुकी थी। जबकि नन्हे गंभीर रूप से घायल था। उसे तत्काल नागरिक चिकित्सालय भेजा गया। बाबा भारामल के पुजारी की हत्या की खबर क्षेत्र में फैलते ही मंदिर परिसर में भारी भीड़ जमा हो गई। जिसे संभालने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। यह भीड़ तब तक वहां जमी रही जब तक कि शव पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेज दिए गए। वहीं घटना से मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी, अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कत्याल, एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट ने अस्पताल में घायल नन्हें का हाल जाना और घटना स्थल का मौका मुआयना किया। एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि बदमाशों की धड़पकड़ के लिए खटीमा की सीमाओं पर नाकेबंदी कर तलाश के लिए कई टीमें लगा दी है। वन विभाग की टीमें भी जंगल में कॉबिंग करने के निर्देश दिये गये है। उन्होंने कहा कि बदमाशों को हर हाल में दबोचने के लिए प्रयास किये जा रहे है। घटना का शीघ्र खुलासा किया जायेगा। इस दौरान सीईओ वीर सिंह, कोतवाल प्रकाश सिंह दानू भी मौके पर मौजूद रहे।

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