हल्द्वानी में गरजा बुलडोजरः सिंधी चौराहे से मंगल पड़ाव तक भारी विरोध के बीच दर्जनों अतिक्रमण किये ध्वस्त
हल्द्वानी (उद संवाददाता)। प्रशासनिक एवं नगर निगम की टीम द्वारा आज भारी पुलिस बल विभागीय टीम के साथ मुख्य चौराहा के चौड़ीकरण किये जाने की कवायद में सिंधी चौराहा से अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया गया। इस दौरान अनेक दुकानदारों द्वारा विरोध भी किया गया लेकिन टीम में शामिल किसी भी अधिकारी ने उनकी एक नहीं सुनी और नाली के ऊपर और उसके आगे किये गया सभी कच्चे पक्के अतिक्रमण को जेसीबी मशीन से ध्वस्त कर दिया। जिला प्रशासन और नगर निगम ने चौराहे चौड़ीकरण किए जाने के लिए अतिक्रमण हटाओ अभियान आज से शुरू कर दिया है। आज सिंधी चौराहे से अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत हुई। सिटी मजिस्ट्रेट )चा सिंह, नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट, एएसपी हरबंस सिंह, कोतवाल उमेश मलिक की अगुवाई में भारी संख्या में पुलिस बल तथा विभागीय अधिकारी व कर्मचारी सिंधी चौराहा पहुंचे। टीम के पहुंचते ही व्यापारियों में हड़कम्प मच गया और वह दुकान के आगे फैलाये गये अपना सामान समेटने लगे। टीम ने सड़क के दोनों ओर नाली के ऊपर तथा आगे किये गया कच्चे पक्के अतिक्रमण को जेसीबी मशीन से ध्वस्त कर दिया गया। साथ ही अतिक्रमण का सामान जब्त भी किया गया है। समाचार लिखे जाने तक अभियान जारी था। सिंधी चौराहे के चौडीकरण के प्रस्ताव के मुताबिक 12मीटर दोनों तरफ निशान लगाए गए हैं। नगर आयुत्तफ पंकज उपाध्याय का कहना है कि चौड़ीकरण के प्रस्ताव के मुताबिक कार्य किया जा रहा है। पहले कच्चे अतिक्रमण को हटाया गया है और पक्के अतिक्रमण के लिए चन्हीकरण करते हुए तीन दिन का नोटिस दिया गया है अगर इस दौरान अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो उसे नगर निगम ध्वस्त कर देगा। साथ ही यदि कोई बिल्डिंग चौड़ीकरण की जद में आ रही है तो उसमें भी नोटिस देते हुए समय दिया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी, इसके अलावा चौड़ीकरण अभियान के लिए जिन-जिन चौराहों को चिन्हित किया गया है वहां भी अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया जाएगा।
अतिक्रमण हटाओ अभियान पर खुशी जाहिर
हल्द्वानी। फल ठेली एसोसिएशन के अध्यक्ष रूपेन्द्र नागर ने प्रशासन द्वारा चलाये गये अतिक्रमण हटाओ अभियान पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मुख्य मार्गों का चौड़ीकरण किया जाना आवश्यक हो गया है। अतिक्रमण हटने से स्थानीय लोगोे के साथ ही बाहर से आने वाले पर्यटकों को भी काफी राहत मिलेगी। लेकिन इसकी आड़ में यदि लघु व्यपारियों का उत्पीड़न किया गया तो वह इसका विरोध करेंगें।