‘उत्तराखंड’ में भी ‘बिग सरप्राइज’ दे सकती है ‘मोदी-शाह’ की जोड़ी…धामी को नैनीताल लोकसभा क्षेत्र से लड़ाया जा सकता है चुनाव?
सूबे की पांचों लोकसभा सीट पर सामने आ सकते हैं नए चेहरे, राज्य मंत्रिमंडल विस्तार में भी हो सकता है कुछ अनोखा
रूद्रपुर। तीन राज्यों के मुख्यमंत्री चयन में पूरे देश को चौंकाने के बाद, मोदी-शाह की जोड़ी अब उत्तराखंड में भी कुछ अचरज में डालने वाला कर सकती है। मध्य प्रदेश ,राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के रूप में सर्वथा नए एवं अनापेक्षित चेहरों को सामने लाकर मोदी शाह की जोड़ी ने जहां पूरे देश को हैरत में डाला है ,वही अपरोक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी के आम कार्यकर्ता तक भी यह संदेश पहुंचा दिया है कि वह बिना दिखावे के मनोयोग से पार्टी का काम करते रहे ,पार्टी नेतृत्व सब कुछ खुली आंख से देख रहा है और किसी को, कभी भी, कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। बहरहाल भारतीय जनता पार्टी में चल रहे नेतृत्व में पीढ़ी परिवर्तन को धरातल में उतारने के लिए भाजपा शीर्ष नेतृत्व की जो कार्यप्रणाली है, उसके मद्देनजर अब सूबे के राजनीतिक हल्के में यह चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि मोदी और शाह की जोड़ी उत्तराखंड में भी कुछ चौंकाने वाला कर सकती है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस क्रम में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व आगामी आम चुनाव में राज्य की पांचों लोकसभा सीट पर सर्वथा नए चेहरे सामने लाकर सभी को हैरत में डाल सकता है। इसके पीछे राजनीतिक प्रेक्षकों का तर्क है कि राज्य की पांचों लोकसभा सीट की सांसदों ने अपने अब तक के समूचे कार्यकाल में ऐसा कुछ उल्लेखनीय किया नहीं है, जिसके बदौलत भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उन्हें रिपीट करने पर विचार कर सके। इसके अतिरिक्त एंटी इनकमबेसी की काट करने के लिहाज से भी प्रदेश की लोकसभा सीटों पर नए चेहरे लाना भाजपा शीर्ष नेतृत्व के लिए अपरिहार्य हो सकता है। राज्य की पांचो सीटों पर बन रहे ताजा समीकरण पर दृष्टिपात करें, तो राज्य के एक सांसद को प्रधानमंत्री मोदी अपने मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण स्थान देकर हटा चुके हैं, वही एक अन्य सांसद को पहले ही सूबे का मुख्यमंत्री बना कर हटाया जा चुका है। सो, ऐसा प्रतीत होता है कि उपरोक्त दोनों सांसद प्रधानमंत्री की गुड बुक में अपना नाम नहीं दर्ज कर सके। ऐसे में इनका रिपीट हो पाना तनिक मुश्किल लगता है। बात तीसरे सांसद की करें तो उनके स्थान पर धामी मंत्रिमंडल की एक महिला सदस्य को लोकसभा का चुनाव लड़ाए जाने की चर्चा काफी समय से चल रही है। समझा जाता है कि वर्तमान में प्रदेश की एकमात्र महिला सांसद, जिनकी सक्रियता हमेशा ही सवालों के घेरे में रही है, के स्थान पर धामी मंत्रिमंडल की उपरोक्त महिला सदस्य को एडजस्ट किया जा सकता है। माना जा रहा है कि आगामी आम चुनाव में प्रत्याशी तय करते समय भाजपा शीर्ष नेतृत्व क्षेत्रीय एवं जातीय समीकरण को भी केंद्र में रखकर प्रत्याशी तय करेगा ।ऐसे में एक प्रत्याशी ब्राह्मण,एक क्षत्रिय, एक अनुसूचित वर्ग, एक महिला एवं युवा वर्ग से तथा एक प्रत्याशी मैदान से दिया जा सकता है। इसी प्रकार राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार में भी बहुत कुछ आश्चर्यचकित कर देने वाला सामने आ सकता है। हालांकि मंत्रिमंडल में खाली पड़े चार स्थानों के लिए दो दर्जन से अधिक दावेदार है ,मगर मोदी शाह की जोड़ी की हालिया कार्यप्रणाली के मध्य नजर इस बात की प्रबल संभावना है, कि मंत्रिमंडल के विस्तार में कुछ लूप लाइन में पड़े सर्वथा नए चेहरे मंत्री पद की शपथ लेते नजर आए ।
धामी को केंद्र में लेने की चर्चा ने पकड़ा जोर
रुद्रपुर। अपने फैसलों से आश्चर्यचकित करने वाला भाजपा हाई कमान आगामी लोक सभा चुनाव में उत्तराखंड में भी सबको हैरत में डाल सकता है। उत्तराखंड की पांचो लोकसभा सीटों पर भाजपा के वर्तमान सांसदों को दरकिनार कर उनकी जगह नये चेहरों को चुनावी रण में उतारने की बात सामने आ रही है। तो वही नैनीताल लोकसभा सीट से प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का नाम भी तेजी से सामने आ रहा है।इसके पीछे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पसंद बताई जा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कार्य प्रणाली और निर्णयों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह काफी प्रभावित हैं। श्री धामी के कार्यों की वह कई बार खुले मंच से तारीफ भी कर चुके हैं। मोदी और शाह की जोड़ी उन्हें केंद्र में लेकर उन्हें अपने साथ रखना चाहती है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि मोदी और शाह की जोड़ी धामी को लोकसभा चुनाव में मैदान में उतार सकती है। श्री धामी के लिए उधम सिंह नगर-नैनीताल लोकसभा क्षेत्र काफी सुरक्षित है। इसके साथ ही श्री धामी का यह गृह जनपद भी है और यहां श्री धामी को चाहने वालों की सबसे ज्यादा संख्या है। हल्द्वानी में आयोजित इजा-बेना महोत्सव और रुद्रपुर में संपन्न हुआ युवा सिख सम्मेलन को भी इसी नजरिए से देखा जा रहा है। राजनीतिक गलियारे में प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी को उधम सिंह नगर नैनीताल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाये जाने की चर्चाएं जोरों पर हैं। बहरहाल इस पर भाजपा हाई कमान का क्या मंथन चल रहा है यह तो आने वाले भविष्य के गर्भ में ही छुपा है।