सीएम धामी ने आईएसबीटी और सड़कों पर रहने वाले जरूरतमंदों को कंबल वितरण किया
देहरादून (उद संवाददाता)। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार देर शाम आईएसबीटी समेत शहर के अन्य इलाकों का औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान आईएसबीटी और आसपास के इलाकों में सड़क पर जरूरतमंदों को कंबल वितरण भी किए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आईएसबीटी में मौजूद यात्रियों से बातचीत कर साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं का फीडबैक भी लिया। मुख्यमंत्री ने समस्त जिलाधिकारी को निर्देश जारी करते हुए कहा कि प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप बढ़ने लगा है, इसके दृष्टिगत प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त अलाव की व्यवस्था की जाए।इस दौरान मुख्यमंत्री ने नगर निगम एवं नगर पालिका क्षेत्रों में संचालित रैन बसेरों की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए। उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में मंगलवार को दोपहर बाद मौसम बदला। पहाड़ों में बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है। केदारनाथ धाम में दोपहर से जमकर बर्फबारी हो रही है।धाम में देर शाम तक लगभग चार इंच नई बर्फ जम गई थी। वहीं, द्वितीय केदार व तृतीय केदार में भी बर्फबारी हुई है। यमुनोत्री धाम, औली और चमोली के भी कई इलाकों में बर्फबारी से ठंड पड़ रही है। वहीं, मौसम विभाग ने भी उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में हल्की बारिश और तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की चेतावनी जारी की है। यमुनोत्री धाम सहित खरशाली गांव, जानकीचट्ट, नारायण पुरी में बर्फबारी हुई। यमुनोत्री में करीब एक घंटे तक बर्फबारी से ठंड काफी बढ़ गई है। हर्षिल में सीजन का पहला हिमपात हुआ। औली में भी बर्फबारी से मौसम सुहावना हो गया। औली का तापमान अधिकतम नौ डिग्री और न्यूनतम माइनस दो है। बदरीनाथ धाम में तापमान अधिकतम तीन डिग्री और न्यूनतम माइनस चार पहुंच गया है। केदारनाथ में भी हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। सुबह के समय तापमान मानइस सात से 10 डिग्री तक पहुंच रहा है। साथ ही रात को अत्यधिक पाला गिरने से पाइपों व टंकियों में पानी जम रहा है। उधर लगातार बढ़ रही ठंड के कारण केदारनाथ में पुनर्निर्माण के तहत सिमेंट व कंक्रीट से जुड़े कार्य बंद कर दिए गए हैं। इन दिनों पुनर्निर्माण कार्य में 300 मजदूर जुटे हैं, जो यहां निर्माणाधीन आवासीय व व्यवासियक भवनों के कमरों व बरामदों में पत्थर बिछाने के साथ अन्य कार्य कर रहे हैं।