राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पंतनगर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में प्रदान की उपाधियां
पंतनगर (उद संवाददाता)। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के 35वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने वर्ष 2022-23 में 1041 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की। दीक्षांत समारोह का आयोजन घंटाघर स्थित दीक्षांत पंडाल में हुआ। समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अलावा राज्यपाल ले.जनरल सेवानिवृत्त गुरमीत सिंह, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्टð, एवं कृषि मंत्री गणेश जोशी भी शामिल हुए। कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पंतनगर एयरपोर्ट पहुंची। यहां उनका भव्य स्वागत किया गया। यहां से राष्ट्रपति कड़ी सुरक्षा के बीच दोपहर करीब 12 बजे दीक्षांत समारोह में पहुंची। दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि आज बेटियां लगातार आगे बढ़ रही है। इस दीक्षांत समारोह में भी मेडल प्राप्त करने वालों में बेटियों की संख्या अधिक है। कृषि क्षेत्र को विकसित करने में पंतनगर विश्वविद्यालय दशकों से अहम भूमिका निभा रहा है। यह एक उत्कृष्ट ब्राण्ड के रूप में पूरे विश्व में जाना जाता है। एक प्रयोगशाला के रूप में इस विश्वविद्यालय ने अग्रणी भूमिका निभाई है। देश भर के किसान इस विश्वविद्यालय पर आंख बंद करके भरोसा करते रहे हैं। फसलों की गुणवत्ता और उपज बढ़ाने में पंतनगर विश्वविद्यालय अपना अहम योगदान दिया है। मुझे विश्वास है कि पंतनगर विश्वविद्यालय देश में कृषि के विकास में अपनी अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा। अत्यंत गर्व की बात है कि विश्वविद्यालय ने विभिन्न फसलों,फलों व सब्जियों कुल 346 उन्नत किस्मों व पशुधन की दो नस्लों का विकास किया है। देश में हाल ही दलहनी की जो 21 उन्नत किस्मों का विकास हुआ है उनमें सात प्रजातियां पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गयी है। मुझे विश्वास है कि सातों प्रजातियां दलहन उत्पादन में क्रांति जरूर लाएगी। कृषि क्षेत्र में किये जा रहे शोध को किसानों तक पहुंचाना ओर कृषि में उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाना कृषि विकास के लिए आवश्यक है। विश्वविद्यालय पिछले छह दशकों से ये काम कर रहा है, विश्वविद्यालय के ये प्रयास प्रशंसनीय हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि आज क्लाईमेट चेंज जैसी समस्या से निपटने के लिए दुनिया प्राकृतिक और जैविक खेती की ओर बढ़ रही है। साथ ही इको प्रफैंडली फूड हैबिट को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। पूरा विश्व इस वर्ष को इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेट्स के रूप में मना रहा है। उत्तराखण्ड मिलेट्स के उत्पादन में अग्रणी राज्य है। मिलेटस को हमारे फूड हैबिट्स में प्राथमिकता प्रदान करने में इस विश्वविद्यालय के शोध कर्ताओं वैज्ञानिकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। बेसिक चुनौतियों का सामना करने के लिए लेटेस्ट तकनीकी का उपयोग करना जरूरी है। यह सराहनीय है कि विश्वविद्यालय ने क्रॉप मैनेजमेंट नामक टैक्नेालॉजी, आर्गेनिक फार्मिंग आदि के माध्यम से डिजिटल सॉल्यूशन इन एग्रीकल्चर के क्षेत्र में नई पहल की है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय पहल कर रहा है। खुशी की बात है कि पंतनगर विश्वविद्यालय ने अपना कृषि ड्रोन विकसित किया हे। ये ड्रोन कुछ ही मिनटों में कई हेक्टेयर भूमि में स्प्रे कर सकता है। इससे किसानों के समय की बहुत बचत होगी। मुझे उम्मीद है कि ड्रोन टेक्नोलाजी का लाभ अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा प्रणाली को वैश्विक स्तर पर हो रहे तकनीकी, सामाजिक और आर्थिक विकास के साथ सामंजस्य की आवश्यकता है। राष्ट्रपति ने डिग्रीयां प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से कहा कि आप सभी दुनिया में जहां भी काम करें अपने क्षेत्र और इस विश्वविद्यालय को ना भूलें। अपने क्षेत्र के विकास में भी अपना योगदान दें और देश का नाम विश्व पटल पर रोशन करते रहें। समारोह में राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति के यहां आगमन से पूरे उत्तराखण्ड का गौरव बढ़ा है। राज्यपाल ने कहा कि देश में हरित क्रांति लाने में पंतनगर विश्वविद्यालय का विशेष योगदान रहा है। यह दीक्षांत समारोह केवल एक समारेाह नहीं है बल्कि यह आपकी उपलब्धियों और ज्ञान को उत्कृष्ट बनाने का उपक्रम है। आज उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थी देश को और समृद्ध बनाने में अपना योगदान देेंगे। आज इस समारोह के माध्यम से ज्ञान बुद्धि एवं मूल्यों के द्वारा समाज को और अधिक उन्नत करने का प्रण भी ले रहे हैं। शिक्षा केवल डिग्री ले लेना नहीं बल्कि यह आत्म ज्ञान की प्राप्ति के साथ ही परिवर्तन का भी मार्ग दिखाती है। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का मूल आधार रही है। वर्ष 22-23 के दौरान भारत में खाद्यान्नों का रिकार्ड उत्पादन 303.5 मिलियन टन रहा है। जो कि 2021-22 से 15 मिलियन टन अधिक है। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में उत्तराखण्ड तेजी से आगे बढ़ रहा है। धामी सरकार का संकल्प है कि 2025 तक उत्तराखण्ड सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में विकसित होगा। श्री अन्न योजना को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। सरकार ने सुनिश्चित किया है कि किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम मिले। दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने वर्ष 2022-23 में पाठड्ढक्रम पूरा कर चुके 1041 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदानी। इनमें 626 स्नातक, 310 स्नातकोत्तर और 105 पीएचडी की उपाधियां शामिल हैं। उत्कृष्ट प्रदर्शन पर राष्ट्रपति ने 11 विद्यार्थियों को कुलपति स्वर्ण पदक, 11 को रजत पदक और 10 को कांस्य पदक भी प्रदान किये। इसके अलावा एक सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी को कुलाधिपति स्वर्ण पदक से नवाजा। विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियों के लिए पांच विद्यार्थियों को विवि की ओर से सरस्वती पांडा अवार्ड, श्रीमती नागम्मा शांताबाई अवार्ड, डॉ. राम शिरोमणि तिवारी अवार्ड, चौधरी चरण सिंह मेमोरियल इंटेलेक्चुअल अवार्ड और पूरण आनंद अदलखा अवार्ड दिए गये। दो विद्यार्थियों को भारतरत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत अवार्ड से भ्ी सम्मानित किया गया। इससे पूर्व एयरपोर्ट पर कमिश्नर दीपक रावत, डीएम उदय राज सिंह, कुलपति मनमोहन सिंह चौहान के अलावा भाजपा प्रदेश मंत्री विकास शर्मा,मेयर रामपाल,राजेन्द्र बिष्ट, खिलेन्द्र चौधरी, प्रताप बिष्ट, कमल जिंदल, गुंजन सुखीजा, विधायक अरविंद पाण्डे, शिव अरोरा, राम सिंह कैड़ा आदि ने राज्यपाल का अभिनंदन किया।