भाकपा माले की राज्य कमेटी की बैठक में उठे कई मुद्दे
रूद्रपुर (उद संवाददाता)।भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(माले) की उत्तराखंड राज्य कमेटी की 2 दिवसीय बैठक रुद्रपुर में संपन्न हुई।बैठक को सम्बोधित करते हुए भाकपा ;मालेद्ध पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड संजय शर्मा ने कहा कि केंद्र में बैठी मोदी सरकार मजदूर, किसान, छात्र, युवा, रोजगार विरोधी नीतियों को लाकर देश के संसाधनों को अपने अंबानी अडानी सरीखे अपने चहेते पूंजीपतियों के हाथों लूटा रही है। बेरोजगारी, महंगाई चरम पर है लेकिन सरकार जनता का ध्यान सांप्रदायिक मुद्दों की ओर भटका दे रही है। मोदीराज में अपने पड़ोसी देशों से भी रिश्ते इतने कमजोर हो गए हैं कतर जैसे व्यापारिक रूप से करीबी देश भी हमारे पूर्व नौसैनिकों को फांसी की सजा सुना दे रहे हैं लेकिन सरकार को कानों कान खबर नही लगती या फिर सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है। ये मोदी सरकार की कूटनीतिक विफलता है। मोदी राज में लोकतंत्र का गला घोटने के लिए स्वतंत्र पत्रकारों और जन मुद्दों को उठाने वाले पत्रकारों को गिरफ्तार किया जा रहा है। विपक्षी दलों की ओर से बनाए गठबंधन से मोदी सरकार इतनी घबराई हुई है कि अब इंडिया शब्द को ही पुस्तकों से हटाने की कोशिश चल रही है। प्रदेश सचिव इंद्रेश मैखुरी ने कहा कि भाजपा की राज्य सरकार बड़े बड़े दावे करती है। हकीकत में राज्य सरकार ने जनता का घर बार, व्यापार उजाड़ने की नीति पर ही काम कर रही है। आजादी से पूर्व ही वनों के अंदर खत्तों में बसे लोगों के स्कूल, धार्मिक स्थल, शौचालय जैसे बुनियादी ढांचे तोड़कर जंगलों से खदेड़ना चाहती है। दूसरी ओर लकड़ी आधारित उद्योग चलाने वाले आस पास के औद्योगिक इकाइयों के कॉरपोरेट को लकड़ी की आपूर्ति करने के लिए प्राकृतिक जंगलों को काटकर लिपटिस का प्लांटेशन किया जा रहा है। बाजपुर ,ऋषिकेश, लालकुआं, हल्द्वानी, औखलकांडा, नगला सहित हर जगह हजारों लोगों का घरबार, व्यापार उजाड़ने की नीति सरकार चला रही है। 3 माह से बाजपुर के 20 गांव के लोग तहसील में अपनी जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। सिडकुल की दर्जनों कंपनियों में मजदूरों का कानूनी हक तक उन्हें नही दिया जा रहा है। लेकिन धामी सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। जनता के भीतर भाजपा सरकार की इन जनविरोधी कार्यवाहियो के खिलाफ भारी आक्रोश है और जनता आगामी लोकसभा चुनाव में ऐसी गूंगी बहरी सरकार को सबक सिखायेगी। बैठक में भाकपा ;मालेद्ध के आगामी राज्य सम्मेलन और सांगठनिक विस्तार पर भी बात हुई और जनवरी में राज्य सम्मेलन करने का निर्णय लिया गया। बैठक में राजा बहुगुणा, कैलाश पांडे, भुवन जोशी, इंद्रेश मैखुरी, अमनदीप कौर, अतुल सती, मदन मोहन चमोली, के के बोरा, विमला रौथान, बहादुर सिंह जंगी , दिनेश तिवारी, अंकित, अतुल सतीदृ2, कपूर रावत, दुर्गा मेहता, आनंद सिंह नेगी, ललित मटियाली , किशन बघरी आदि राज्य कमेटी सदस्य उपस्थित थे।