चौकी में 1500 रूपय देकर भाई को छुड़ा लाया था, घर आकर किया सुसाईड !
रम्पुरा के लोगों का फूटा गुस्सा, पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप
रूद्रपुर (उद संवाददाता)। रूद्रपुर में चोरी की वारदातों का खुलासा करने के नाम पर पुलिस कर्मियों की प्रताड़ना का शर्मनाक मामला सामने आया है। मोबाइल चोरी के आरोप में पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए हिरासत में लिये गये युवक ने चौकी से घर आने के बाद फांसी लगाकर जान दे दी। इससे गुस्साए लोगों ने पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल की अगुवाई में कोतवाली पहुंचकर हंगामा काटा और पुलिस के खिलाफ धरना दिया। गुस्साए लोगों ने पुलिस पर युवक को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मामले में एक दरोगा पर महिलाओं से अभद्रता और मारपीट करने का भी आरोप लगा है। मामला रम्पुरा बस्ती का है। बताया गया है कि रम्पुरा वार्ड नं 23 निवासी अनिल कोली पुत्र स्व. लेखराज और उसके भाई दिनेश कोली रम्पुरा चौकी पुलिस ने बीती शाम मोबाइल चोरी के आरोप में पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। परिजन और बस्ती के कुछ लोग रात को चौकी गये। जिसके बाद पुलिस ने देर रात अनिल और दिनेश को छोड़ दिया। रात को परिवार के लोग खाना खाकर सो गये। सुबह जब जागे तो अनिल कोली कमरे में फंदे से लटका मिला। आनन फानन में परिजन उसे अस्पताल ले गये जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक की से परिजनों में कोहराम मचा गया। मौत का पता चलते ही मृतक के घर के बाहर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गयी। परिजनों ने पुलिस पर अनिल कोली को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि पुलिस ने प्रताड़ना के चलते ही अनिल ने सुसाईड किया है। परिजनों के मुताबिक अनिल को हिरासत में लेने आये पुलिस कर्मियों ने महिलाओं के साथ भी अभद्रता की। सुबह जब सुसाईड की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, उस दौरान भी रम्पुरा चौकी के दरोगा ने मृतक अनिल की भाभी से मारपीट और बदसलूकी की। मामले की जानकारी मिलने पर पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल मौके पर पहुंच गये। उनके साथ रम्पुरा के सैकड़ों लोग कोतवाली पहुंचे और रम्पुरा चौकी पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठ गये। गुस्साए लोगों ने रम्पुरा चौकी पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान पूर्व विधायक ठुकराल का कहना था कि युवक की मौत पुलिस की प्रताड़ना की वजह से हुयी है। यह आत्म हत्या नहीं बल्कि हत्या है। उन्होंने कहा कि रात को चौकी में अनिल के साथ जमकर मारपीट की गयी। मृतक का भाई सर्वेश चौकी में 1500 रूपय देकर भाई को यह कहकर छुड़ा लाया था कि सुबह वह उसे हाजिर कर देगा लेकिन उससे पहले ही अनिल ने पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर मौत को गले लगा लिया। ठुकराल ने कहा कि इतना ही नहीं युवक की मौत के बाद भी रम्पुरा पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया। सुबह रम्पुरा चौकी के दरोगा ने पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के बजाय अभद्रता की और मृतक की भाभी से मारपीट की। प्रदर्शनकारियों ने रम्पुरा चौकी के दरोगा को निलंबित करने की मांग की। लोगों का कहना था कि रम्पुरा चौकी का उक्त दरोगा पूर्व में भी विवादित रह चुका है। पूर्व में भी उसने इस तरह की हरकतें की है जिससे पुलिस की छवि खराब हुयी है। कोतवाल विक्रम राठौर ने लोगाों को शांत करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।हंगामा करने वालों में हिम्मत राम कोली, राकेश कोली, बंटी कोली,जांगन लाल,हरि राम कोली, प्रेम कोली, कमल कोली,लालू, मृतक का भाई सर्वेश, दिनेश कोली आदि मौजूद थे।