पिथौरागढ़ जिले में मिला लाइमस्टोन का विशाल भंडार,मिल सकता है हजारों लोगों को रोजगार

0

राज्य में पहली सीमेंट फैक्ट्री की स्थापना के आसार बढ़े,पीएम की जनसभा हो सकती है सीमेंट फैक्ट्री की घोषणा
-अर्श-
ऊधम सिंह नगर। वैसे तो उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि और पर्यटन पर निर्भर रही आई है ,लेकिन उत्तराखंड के निर्माण के बाद से ही राज्य के नीति नियंताओं ने इस सत्य को भांप लिया था, कि केवल कृषि और पर्यटन पर ही निर्भर रहने भर से, उत्तराखंड को बीमारू और आर्थिक दृष्टि से पिछड़े राज्य की श्रेणी से निकालकर विकसित राज्य नहीं बनाया जा सकता ,वरन इसके लिए उत्तराखंड में तमाम छोटे- बड़े उद्योगों का स्थापित होना भी नितांत आवश्यक है। कदाचित यही कारण है कि राज्य निर्माण के तुरंत बाद ही उत्तराखंड के मैदानी जिलों में सिडकुल की स्थापना कर तमाम छोटे- बड़े उद्योगों का जाल बिछाया गया। नतीजतन आज उत्तराखंड पर्यटन के अलावा उद्योगों के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार ने गुजरे सालों में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अनेक नई नीतियां तो बनाई ही है, साथ ही उत्तराखंड में नवीन उद्योगों की स्थापना के लिए अनुकूल माहौल भी तैयार किया है , जिससे निवेशकों की भी प्रदेश में उद्योग लगाने में दिलचस्पी बढ़ी है। इसी कड़ी में प्रदेश में अब जल्द ही पहली सीमेंट की फैक्ट्री लगने के आसार प्रबल हो रहे हैं । यह सीमेंट फैक्ट्री उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थापित हो सकती है । वह इसलिए क्योंकि सीमेंट उद्योग के लिए कच्चे माल के रूप में जिस लाइम स्टोन की जरूरत होती है, पिथौरागढ़ में उसके पर्याप्त भंडार मिले हैं। बताना होगा कि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने पिछले साल पिथौरागढ़ और उसके आसपास के क्षेत्र का भूगर्भीय सर्वे किया था। जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया ने विस्तृत जांच के बाद इन दोनों स्थानों में पर्याप्त लाइमस्टोन होने की पुष्टि की है। सर्वे के अनुसार गंगोलीहाट में 800 और पिथौरागढ़ शहर से लगे करीब 900 हेक्टेयर क्षेत्र में लाइमस्टोन का भरपूर भंडार है । लाइमस्टोन के भंडार ने सीमेंट कंपनियों को अपनी ओर आकर्षित किया है और देश के कई बड़े उद्योग समूहों ने यहां सीमेंट उत्पादन के लिए पिथौरागढ़ में सीमेंट फैक्ट्री स्थापित करने मे दिलचस्पी दिखाई है। पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट में करीब 1700 हेक्टेयर क्षेत्र में मिले लाइमस्टोन के विशाल भंडार की क्वालिटी गुणवत्ता परीक्षण के लिए, विगत दिनों देश की कई जानी-मानी सीमेंट फैक्ट्री के प्रतिनिधियों ने पिथौरागढ़ का भ्रमण किया और तकरीबन सात जगह से लाइमस्टोन के सैंपल भी कलेक्ट किए हैं। लाइमस्टोन का सैंपल कलेक्ट करने वाले वाली प्रमुख सीमेंट कंपनियों में जेके सीमेंट, श्रीसीमेंट और बांगर सीमेंट, अडानी समूह की अंबुजा एवं एसीसी सीमेंट तथा अल्ट्राटेक सीमेंट जैसी नामी कंपनियां शामिल है ।माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिथौरागढ़ दौरे के दौरान पिथौरागढ़ जिले में इस उद्योग की स्थापना को लेकर कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है । बताने की जरूरत नहीं कि अगर यह अपेक्षित ऐलान होने पाया तो यह पिथौरागढ़ जैसे पर्वतीय जिले के हजारों बेरोजगारों के लिए रोजगार की नई संभावनाओं के द्वारा तो खोलेगा ही, साथ ही सीमेंट उद्योग के राष्ट्रीय मानचित्र में उत्तराखंड का स्थान भी सुनिश्चित करेगा।

Leave A Reply

Your email address will not be published.