निजी अस्पताल में डिलीवरी के बाद नवविवाहिता की मौत: चिकित्सकों पर उपचार में लापरवाही का आरोप
काशीपुर(उद संवाददाता)। प्रसव के 24 घंटे बाद विवाहिता की उपचार के दौरान एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों ने इस मामले में अस्पताल के चिकित्सकों पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मृतका का पोस्टमार्टम तहसीलदार की मौजूदगी में वीडियो ग्राफी के बीच डॉक्टर के पैनल ने किया। अंत्य परीक्षण के बाद पुलिस द्वारा मृतका का शव परिजनों के हवाले कर दिया गया। अचानक घटी घटना को लेकर मृतक परिवार में कोहराम मचा है। व्याप्त है जानकारी के मुताबिक मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली 26 वर्षीया नैन्सी का विवाह लगभग एक वर्ष पूर्व वार्ड नंबर 2 मोहल्ला चौधरियान, तहसील जोया, जनपद अमरोहा तथा हाल खड़कपुर देवीपुरा थाना आईटीआई निवासी हरदीप सिंह के साथ हुआ। हरदीप बाजपुर रोड स्थित एक फैक्ट्री में लेबर कांट्रेक्टर है। पता चला है कि तीन दिन पूर्व प्रसव पीड़ा होने पर हरदीप ने अपनी पत्नी नैंसी को बाजपुर रोड स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया। मंगलवार की रात बड़े ऑपरेशन से नैंसी ने एक पुत्री को जन्म दिया जो पूरी तरह स्वस्थ है। डिलीवरी के बाद नव विवाहिता की हालत लगातार बिगड़ने लगी। परिजनों के मुताबिक अस्पताल के चिकित्सकों का कहना था कि उसे खून की कमी है। परिजनों का आरोप है कि प्राइवेट हॉस्पिटल में नव विवाहिता के उपचार में चिकित्सकों द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही थी। रात्रि लगभग 9 बजे परिजनों को सूचना मिली कि विवाहिता की तबीयत अत्यधिक नाजुक हो गई है उसे यहां से अन्यत्र ले जाया जाए। परिजन जब तक वहां पहुंचे नव विवाहिता के प्राण पखेरू उड़ चुके थे। यह देख परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने जब इस बारे में अस्पताल के स्टाफ से जानकारी लेने का प्रयास किया तो अस्पताल स्टाफ मौके से फरार हो गया। तोड़फोड़ होने पर स्थानीय पुलिस को जैसे ही इसका पता चला उसने मौके पर पहुंचकर मृतका के परिजनों को किसी प्रकार शांत कराया। आज तहसीलदार की मौजूदगी में वीडियो ग्राफी के बीच मृतका नैंसी का डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। मृतका के परिजनों ने कहा कि अस्पताल के खिलाफ वह विधिक कार्यवाही करेंगे।