भूकंप आने पर नहीं बजा अलार्म, उत्तराखंड में Earthquake Alert App बना शोपीस
देहरादून(उद संवाददाता)। जहां एक ओर वैज्ञनिक लगातार किसी बड़े भूंकप को लेकर चेता रहे हैं तो वहीं उत्तराखंड में इसे लेकर सरकार गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। मंगलवार को प्रदेश के साथ ही देश के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। लेकिन लोगों को अलर्ट करने के लिए बनाया गया Earthquake Alert App में अलार्म ही नहीं बजा।प्रदेश में जनता को भूकंप आने पर अलर्ट करने के लिए बनाया गया एप शोपीस बनकर रह गया है। मंगलवार को भूकंप तो आया लेकिन उत्तराखंड भूकंप अलर्ट एप का अलार्म नहीं बजा। मंगलवार को नेपाल में आए भूकंप से उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक धरती डोली। लेकिन इस एप ने लोगों को सतर्क नहीं किया। एक ओर अब जहां उत्तराखंड सरकार वैश्विक स्तर के वृहद डिजास्टर मैनेजमेंट कॉन्क्लेव की बात कर रही है तो वहीं भूकंप के लिहाज से बेहद ही संवेदनशील राज्य में Earthquake Alert App होने के बावजूद लोगों को भूकंप आने के बाद भी अलर्ट नहीं किया गया। लोगों माक ड्रिल के दौरान उनके मोबाइल पर डाउनलोड इस एप में अलार्म सुनाई देता है लेकिन असल में जब भूकंप आया तो एप में अलार्म नहीं बजा। मंगलवार को अब तक का सबसे तेज भूकंप बताया जा रहा है हांलाकि अभी तक कहीं से भी किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। वाडिया इंस्टीटड्ढूट के वरिष्ठ वैज्ञानिक डीके यादव के मुताबिक, दो बजकर 25 मिनट पर 4.9 मैग्नीटड्ढूड का पहला झटका आया। वहीं, दो बजकर 51 मिनट पर 5.7 Ma का दूसरा झटका महसूस किया गया। मंगलवार को दोपहर भूकंप के कई तेज झटकों से उत्तर भारत की पूरी धरती डोल गई। अचानक भूकंप आने से लोग अपने घरों और कार्यालयो से बाहर सड़कों पर निकल आये। जानकारी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 रही। वहीं भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे नेपाल में था। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों और कार्यालयों से बाहर निकल गाए। भूकंप के झटके काफी तेज थे जिससे लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया। एकाएक हुई इस प्राकृतिक घटना से लोगों में दहशत व्याप्त हो गई।