हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में अधिवक्ताओं का प्रदर्शन
रूद्रपुर/किच्छा(उद संवाददाता)। पुलिस द्वारा हापुड़ में वकीलों पर किए गए लाठी चार्ज और मुकदमे दर्ज करने के विरोध में जिला न्यायालय में बार एसोसिएशन के बैनरतले अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। अधिवक्ताओं ने न्यायालय परिसर में जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की पुरजोर मांग की। हापुड़ काण्ड के विरोध में अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन के बैनरतले सुबह से ही कार्यबहिष्कार कर दिया। अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते वादकारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। विरोध प्रदर्शन करते हुए अधिवक्ताओं ने हापुड़ काण्ड की कड़ी निन्दा की और दोषियों पर कार्रवाई की पुरजोर मांग की। अधिवक्ताओं ने कहा कि लोकतंत्र में पुलिस का यह व्यवहार सहन नहीं किया जा सकता। किच्छा- यहां भी अधिवक्ताओं ने हापुड़ काण्ड के विरोध में हड़ताल करते हुए प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं का कहना था कि हापुड़ क्षेत्राधिकारी द्वारा अधिवक्ताओं पर किए गए लाठी चार्ज मे सबसे ज्यादा महिला अधिवक्ताओं को चोटिल होना पड़ा। हापुड़ पुलिस द्वारा महिलाओं को निर्दयता से पीटा गया जो निंदनीय है। अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त नहीं कर दिया जाता है तब तक हापुड़ पुलिस के खिलाफ अधिवक्ताओं का आंदोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर अधिवक्ता सुएब मलिक ने बताया कि हापुड़ में जिस तरीके से क्षेत्राधिकारी द्वारा शांतिपूर्ण रूप से प्रदर्शन कर रहे अधि वक्ताओं पर लाठी चार्ज किया गया वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि आज नगर क्षेत्र में स्थित सभी न्यायिक कार्य वकीलों द्वारा पूरे दिन नहीं किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हापुड़ कांड को लेकर नैनीताल में बार काउंसिल की बैठक बुलाई गई है जिसमें पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं पर लगातार मुकदमे दर्ज करना बिना कारण लाठी चार्ज करना तथा विभिन्न प्रकार के पुलिसिया उत्पीड़न के विरुद्ध ठोस रणनीति तय की जाएगी उन्होंने बताया कि आज का धरना बार के उपाध्यक्ष मुकेश मिश्रा के नेतृत्व में किया गया है जो आगे भी जारी रहेगा। कार्य बहिष्कार और धरने में अधिवक्ता मुकेश मिश्रा, स्वयं मलिक, मनोज सिंह, अखलाक मलिक, जसवंत सिंह, सुरेश सागर, जुल्फिकार अहमद, जावेद कुरेशी सहित तमाम अधिवक्ता गण मौजूद थे।