उत्तराखंड में बाढ़ व जलभराव से अब तक 1000 करोड़ रुपये का नुकसान
नई दिल्ली/ देहरादून(उद संवाददाता)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड को मानसून के दौरान प्राकृतिक आपदाओं में अब तक 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। हरिद्वार जिले में बाढ़ व जलभराव से 21 हजार हेक्टेयर गन्ने की फसल खराब हो गई। सड़कों और पुलों को भारी क्षति हुई है। मुख्यमंत्री नई दिल्ली में एक मीडिया संवाद में बोल रहे थे। सीएम ने कहा कि अभी मानसून सक्रिय है। बारिश कम होने के बाद सड़कों को पुरानी स्थिति में लाने के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसी को टारगेट करने के लिए समान नागरिक संहिता ;यूसीसीद्ध नहीं ला रही है। सरकार को पिछले विधानसभा चुनाव में इस पर जनादेश मिला है। जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में गठित समिति ने ड्राफ्रट तैयार कर लिया है। जैसे ही सरकार को ड्राफ्रट सौंपा जाएगा, सरकार उसे विधानसभा में लाएगी और यूसीसी को लागू करने की दिशा में बढ़ेगी। उन्होंने कहा, मुस्लिमों को टारगेट करने की बात तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोग करते हैं। हम महिलाओं की सुरक्षा और सशत्तिफकरण के लिए यूसीसी ला रहे हैं।सीएम ने कहा कि सरकार ने सघन अभियान के तहत 2700 एकड़ सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाया है। यह अभियान अभी पूरा नहीं हुआ। एक वर्ग विशेष के निशाने पर लेने के सवाल पर सीएम ने जवाबी सवाल दागा, सरकारी भूमि पर अतिक्रमण क्या जायज है? लोग हाईकोर्ट गए, लेकिन कोर्ट ने भी सरकार के अभियान को सही माना है। सीएम ने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए सरकार का रोड कनेक्टिविटी पर विशेष फोकस है। अगले 25 वर्षों की जरूरत के हिसाब से अवस्थापना कार्यों का एक रोड मैप तैयार हो रहा है। कहा, पिछले साल 47 लाख यात्री आए थे। इस साल 15 अगस्त तक 38 लाख यात्री आ चुके हैं। 50 लाख से ऊपर संख्या जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा ने 2014 व 2019 के चुनाव में उत्तराखंड की पांचों सीटें जीतीं। 2024 में भी पार्टी पांचों सीटें जीतेगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। उनके नाम पर पांचों सीटें मिलेंगी। सीएम ने कहा, उत्तराखंड भारत में सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में से एक बन गया है। दिसंबर में राज्य में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट होने जा रहा है। इसमें दुनियाभर के निवेशक उत्तराखंड में निवेश का निर्णय लेंगे। इस समिट में हमने 2.5 लाख करोड़ निवेश का लक्ष्य निर्धारित किया है।