खटीमा में बाघ की खाल और हड्डियों सहित चार वन्य जीव तस्कर गिरफ्तार
रूद्रपुर । एसटीएफ टीम तथा वन कर्मियों ने वन तस्करों के विरुद्ध संयुक्त कार्रवाई करते हुए चार वन्य जीव तस्करों को खटीमा में दबोच लिया। तलाशी लेने पर उनके पास से बाघ की करीब 11फुट लंबी खाल, भारी मात्रा में हड्डियों तथा बोलेरो वाहन बरामद किया गया। एसएसपी एसटीएफ ने टीम को पांच हजार रुपए ईनाम देने की घोषणा की है। मामले का खुलासा करते हुए एसटीएफ कुमाऊं यूनिट के निरीक्षक एमपी सिंह ने बताया कि वन्यजीव तस्करी का नेटवर्क उत्तराखण्ड से दिल्ली तक फैला है। उत्तराखण्ड में अब तक की सबसे बड़ी टाइगर खाल एसटीएफ द्वारा बरामद की गई है। जिस पर एसएसपी एसटीएफ द्वारा टीम के लिए 5000 रुपया नकद इनाम की घोषणा की गई। उन्होंने बताया सीओ एसटीएफ सुमित पाण्डे के नेतृत्व में उत्तराखण्ड एसटीएफ, वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली व तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी की एसओजी की संयुक्त टीम ने कल रात्रि खटीमा क्षेत्र में कार्यवाही करते हुए चार शातिर वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 01 टाइगर की खाल व करीब 15 किग्रा बाघ की हîóी बरामद की है। गिरफ्तार चारों तस्कर जनपद पिथौरागढ़ स्थित धारचूला के रहने वाले हैं और लम्बे समय से वन्यजीव अंगो की तस्करी में लिप्त थे। निरीक्षक श्री सिंह ने बताया कि कल शाम एसटीएफ को गोपनीय सूचना मिली कि चार शातिर तस्कर एक सफेद रंग की बोलेरो जीप से खटीमा की तरफ आ रहे हैं। जिस पर संयुक्त टीम द्वारा घेराबन्दी कर उन्हें खटीमा टॉल प्लाजा के पास रोक लिया गया। वाहन की तलाशी लेने पर उसके अन्दर से टाइगर की खाल व भारी मात्रा में हîिóयाँ बरामद हयी। गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि उक्त टाइगर की खाल व हड्डी को वे काशीपुर निवासी एक व्यक्ति से लाये थे और जिसे आज बेचने के लिए खटीमा ले जा रहे थे। अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है। पकड़े गये तस्करों के विरुद्ध तराई पूर्वी वन प्रभाग खटीमा में वन्यजीव जन्तू संरक्षण अधिनियम में पंजीकृत कराया गया। अभियुक्तों से तस्करी के सम्बन्ध में एसटीएफ द्वारा विस्तृत पूछताछ की जा रही हैं। एसटीएफ की इस कार्यवाही में आरक्षी महेन्द्र गिरि व किशोर कुमार की विशेष भूमिका रही। उन्होंने बताया कि पूछताछ करने पर गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपना नाम पता कृष्ण कुमार पुत्र वीर राम निवासी ग्राम बगीचा, थाना धारचूला जनपद पिथौरागढ़, गजेंद्र सिंह पुत्र भगत सिंह निवासी गोठी कालिका, थाना धारचूला जनपद पिथौरागढ़, संजय कुमार पुत्र नंदन राम निवासी गोठी कालिका, थाना धारचूला जनपद पिथौरागढ़ तथा हरीश कुमार पुत्र शेर राम निवासी गोठी कालिका, थाना धारचूला जनपद पिथौरागढ़ बताया। उनके बोलेरो वाहन संख्या यूके 05 टीए 2815 से टाइगर (बाघ) की एक खाल लम्बाई 11 फिट,करीब 15 किग्रा बाघ की हîिóयाँ बरामद हुई। उन्होंने बताया कि कड़ी पूछताछ के दौरान पकड़े गए तस्करों से पता चला कि बाघ को एक व्यक्ति ने करीब दो माह पूर्व कोटद्वार के राजपुर जंगल में मारा था। जिसकी तलाश में टीम जुट गई है। उन्होंने बताया कि खाल में किसी भी प्रकार की चोट का निशान ना होने से यह प्रतीत होता है कि संभवतया बाघ को जहर देकर मारा गया होगा। गिरफ्तार करने वाली टीम में एसटीएफ कुमायूँ यूनिट के निरीक्षक एमपी सिंह, उनिरी. केजी मठपाल,उनि बृजभूषण गुरुरानी, मुख्य आरक्षी महेंद्र गिरी, किशोर कुमार, दुर्गा सिंह पापड़ा, गुरवंत सिंह, चालक संजय कुमार सहित तराई पूर्वी वन प्रभाग, हल्द्वानी टीम के कैलाश चंद्र तिवारी डिप्टी रेंजर, प्रमोद सिंह बिष्ट डिप्टी रेंजर,पान सिंह मेहता वन दरोगा, निर्मल रावत वन दरोगा, उत्तम सिंह राना वन दरोगा व जीत प्रकाश वन आरक्षी शामिल थे।