मोबाइल टावरों के कीमती पार्ट्स चुराने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के चार सदस्य दबोचे
देहरादून। प्रदेश एवं अन्य राज्यों के कई मोबाइल टावरों से कीमती उपकरणों की चोरी का खुलासा करते हुये देहरादून जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में मोबाइल टावरों के कीमती पार्ट्स चुराने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग मौर्य गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया हैं। देहरादून के 4 थानों के मुकदमों का सफल अनावरण करते हुये पुलिस ने 25 लाख रुपये का माल भी बरामद किया हैं। पुलिस के अनुसार एयरो इन्प्रफाटेक कम्पनी का सुपरवाईजर ही मास्टरमाइंड निकला हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना प्रेमनगर मे प्रवीण पुत्र तेजपाल निवासी इंड्स टावर लि. प्रेमनगर द्वारा तहरीर दी गयी कि उनकी कम्पनी द्वारा बिधौली क्षेत्र में एक मोबाइल टावर स्थापित किया गया था, जिसमें 19 जून को मोबाइल सर्विस अचानक से बन्द हो गयी। चेक किया गया तो मालूम हुआ कि उक्त मोबाइल टावर से मोबाइल सर्विस प्रदान करने वाली डिवाइस बीटीएस ;एल 850द्ध जिसकी कीमत करीब 03 लाख रु. थी, चुरा ली गयी थी तथा उक्त डिवाइस के अतिरिक्त मोबाइल टावर से कुछ अन्य उपकरण भी चोरी हुए थे। जिस पर थाना प्रेमनगर में मुकदमा अपराध सख्या 137/2023 धारा 379 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। मोबाइल टावर से कीमती उपकरण चोरी होने के सम्बन्ध में अज्ञात चोरों की गिरफ्तारी, माल बरामदगी व घटना के शीघ्र अनावरण हेतु दलीप सिंह कुँवर पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा निर्देशित किया गया।जिस पर सर्वेश पंवार पुलिस अधीक्षक अपराध व श्रीमती सरिता डोभाल पुलिस अधीक्षक नगर के कुशल मार्गदर्शन व पर्यवेक्षण में थाना प्रेमनगर व एसओजी देहरादून की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। इस दौरान जनपद देहरादून के थाना सेलाकुई, थाना क्लेमनटॉउन व कोतवाली पटेलनगर क्षेत्र में भी मोबाइल टावरों से सर्विस प्रदान करने वाले कीमती उपकरणों के चोरी की घटना घटित हुई। पूर्व में थाना प्रेमनगर व एसओजी देहरादून की गठित संयुक्त टीम द्वारा घटनास्थलों के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों तथा इलैक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से घटना में संलिप्त संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित किया गया। जिस पर सन्दिग्ध व्यक्तियों की तलाश हेतु गठित टीम द्वारा गैर प्रान्त दिल्ली, चण्डीगढ, हरियांणा, उत्तर प्रदेश के अनेक जनपदों में दविश देकर सन्दिग्धो की तलाश की गयी। जिसके पश्चात पुलिस टीम को अथक प्रयासो के परिणाम स्वरुप सन्दिग्धों के सम्बन्ध में अनेक सूचनाऐं प्राप्त हुई। जिसके फलस्वरुप गठित पुलिस टीम को उत्तर प्रदेश, हरियाणा एवं उत्तराखण्ड में विभिन्न राज्यों में घटना कारित करने वाले एक सक्रिय गैंग को चिन्हित किया गया, जिस पर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर मोबाइल टावरों से उपकरण चोरी करने वाले उत्तर प्रदेश के एक सक्रिय गैंग 4 सदस्यों गैंग लीडर कमल नयन मौर्य पुत्र गंगासागर मौर्य निवासी 1ए/4 रविन्द्र गार्डन निकट साईं मन्दिर सैक्टर ई थाना अलीगंज लखनऊ , विपुल कुमार पुत्र राजवीर सिंह निवासी ग्राम कासिमपुर नवादा थाना देवबन्द जिला सहारनपुर ,प्रियांशु कुमार पुत्र श्रवण कुमार निवासी ग्राम कासिमपुर नवादा थाना देवबन्द जिला सहारनपुर ,विजय कुमार पुत्र वीरसैन निवासी ऊन पंडेरा थाना झिंझाना जिला शामली उत्तर प्रदेश को चोरी किये गये उपकरणों के साथ गिरफ्तार कर लिया। जिनके कब्जे से थाना प्रेमनगर में मोबाइल टावर से चोरी गये उपकरणों के साथ-साथ जनपद देहरादून के थाना क्लेमनटॉउन, कोतवाली पटेलनगर व थाना सेलाकुई क्षेत्र में मोबाइल टावरों से चोरी हुए उपकरण भी बरामद हुए तथा जनपद देहरादून के चार थानों के चोरी के मुकदमों का सफल अनावरण किया गया। कमल नयन मौर्य से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह एयरो इन्Úाटेक कम्पनी में वर्ष 2013 से सुपरवाईजर का काम कर रहा हैं, उसके कॉडिनेटर अतुल चौहान है। वह उनको फोन करके साईडों के बारे में पूछता हैं। अतुल चौहान के पास इण्डस मोबाइल कम्पनी टावरों में जो भी मेंटिनेन्स के संबंध में मेल आती है अतुल चौहान उसे बताते है, वह अपने साथ विजय कुमार, जो उसका सहायक अस्टिटेंड है, को साथ लेकर टावरों की तकनिकी खराबीयों को ठीक करने के बाद उनका लाईव लोकेशन विपुल एवं प्रियांशु को भेज देता हैं। विपुल व प्रियांशु लाईव लोकेशन के आधार पर बिना किसी परेशानी के टावर तक पहुंच जाते है और वंहा से बीटीएस व आर आर यू को आसानी से निकाल लेते है जब तक टावर का अलार्म कम्पनी तक पहुंचता है तब तक वह दोनो वंहा से फरार हो जाते है। उसके द्वारा अब तक फरीदाबाद में हनुमानगर व खेडीपुर, बहादराबाद हरिद्वार में 04 लोकेशन विभिन्न स्थानों की भगवानपुर में 01 लोकेशन तथा देहरादून में 19 जून को सात लोकेशन विपुल एवं प्रियांशु को भेजी थी। इन सभी जगह से उन लोगो ने बीटीएस व आरआरयू चोरी किये थे। देहरादून पुलिस ने अभियुक्त गण द्वारा बताये गये अन्य स्थानो की चोरी के सम्बन्ध में अन्य राज्य एवं जनपदो को उचित माध्यम से सूचना प्रेषित की जा चुकी है तथा बताये गये सभी घटनाओं पर विवेचना की जा रही है। घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को पुलिस उपमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने 25000 रुपये के पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।