बलिदान दिवस पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को किया नमन

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रुद्रपुर। जनसंघ के संस्थापक सदस्य डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर विधायक शिव अरोरा ने नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किये। विधायक शिव अरोरा ने कहा डॉ श्यामा प्रसाद जिनके इतने बड़े संघर्ष के बाद आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी जिसको भारतीय जनता पार्टी के नाम से जाना जाता है। यह उनके अथक परिश्रम और त्याग का परिणाम है। हम राष्ट्र प्रेम सेवा समर्पण के भाव के साथ पूरे देश मे हमारी पार्टी के करोड़ो कार्यकर्ता देश सेवा के कार्य मे लगे हैं। विधायक बोले यह डॉ श्यामा मुखर्जी के बलिदान के कारण ही कश्मीर भारत का अभिन्न अंग कहलाया और वर्तमान में मोदी सरकार ने धारा 370 को समाप्त करने का भी कार्य किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 साल पूरे होने पर आज पूरे देश मे श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को मना रही है वह हम सभी करोड़ो कार्यकताओ के प्रेरणा के पुंज है उनका बलिदान देश कभी भुला नही सकता। इस दौरान मेयर रामपाल, जिला महामंत्री अमित नारंग, यशपाल घई, वेद ठुकराल, धीरेश गुप्ता, धीरेंद्र मिश्रा, विनय बत्रा, धर्म सिंह, शाहखान, मयंक कक्कड़, गजेंद्र प्रजापति, विवेक सक्सेना, राधेश शर्मा, सुनील ठुकराल, सुरेश शर्मा, मदन दिवाकर, जगदीश विश्वास, आयुष चिलाना सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आदर्शाे पर चलने का संकल्प

भारतीय जनसंघ के संस्थापक डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर मेयर रामपाल सिंह के नेतृत्व में भाजपाईयों ने बूथ संख्या 56 वार्ड संख्या 6 जगतपुरा में डा. मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये और उनके आदर्शाे पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर मेयर रामपाल सिंह ने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, शिक्षाविद, चिंतक और जनसंघ के संस्थापक थे। वे मानवता के उपासक एवं सिद्धांतवादी थे। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पहले व्यक्ति थे जिन्होंने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा दिए जाने के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। डॉ. मुखर्जी देश के प्रथम उद्योग मंत्री थे। राष्ट्रीय हितों की प्रतिबद्धता को अपनी सर्वाेच्च प्राथमिकता मानने के कारण उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया। बहुत कम उम्र में वे कलकत्ता विश्व विद्यालय के कुल पति बन गए थे। डॉ. मुखर्जी जम्मू-कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। उन्होंने 1951 में भारतीय जन संघ की नींव रखी। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। वह समाज के लिए आदर्श पुरूष थे। देश के लिए उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। डॉ मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। उन्हीं के विचारों से प्रेरित होकर केन्द्र की मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से 370 हटाने के साथ ही इसे अलग राज्य का दर्जा देकर उनके सपनों को साकार किया है। डा. मुखर्जी के आदर्शों से आज समाज को प्रेरणा लेने की जरूरत है। इस अवसर पर पार्षद निमित्त शर्मा,मंडल महामंत्री राधेश शर्मा, शंकर विश्वास,दीपक राय,नेमचंद प्रजापति, पप्पू प्रजापति, उषा रानी,हरिश्चंद्र गाईन, मीरा पद सरदार, प्रदीप सरकार,चंदन प्रजापति, श्यामपद मंडल, सुशांत गोलदार, गोपाल रंग, लकीकांत विश्वास,अमूल्य साना, अमूल गोलदार,फुलझड़ी देवी,रवि सरकार, विपुल स्वर्णकार, बाबूराम प्रजापति, नित्यानंद,विश्वास उदय सरकार, पूजा मंडल,उषा मंडल आदि लोग उपस्थित रहे।

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