कैंची धाम में 14 व 15 जून को मेले व भंडारे का होगा आयोजन, भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक
नैनीताल। बाबा नीम करोली महाराज के पावन कैंची धाम में 15 जून को लगने वाले मेले के लिए अभी से ही देश विदेश से पहुंच रहे टूरिस्टों व भक्तों की कैंचीधाम में भीड़ जुटने लगी है। शनिवार को धाम में भक्तों की खासी भीड़ रही। जिसके कारण भक्तों को सड़क से मंदिर तक लंबी लाइन में खड़े रहना पड़ा। तब जाकर उन्हें दर्शन करने को मिले।कैंची धाम में भक्तों का सैलाब उमड़ना शुरू हो गया है। यूं तो साल भर यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। लेकिन जून के दूसरे सप्ताह में यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश-विदेश से पहुंचते हैं।शनिवार को धाम में भक्तों का सैलाब उमड़ा। जिसके कारण लोगों को धाम के गेट से लेकर सड़क तक लंबी-लंबी कतारों में लगरकर दर्शन के लिए इंतजार करना पड़ा।कैंची धाम में 14 व 15 जून को लगने वाले के मेले के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। शनिवार को भी भीड़ ज्यादा होने के कारण पुलिस बल भक्तों की सुविधा के लिए लगातार भीड़ को नियंत्रित करता रहा। लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण उन्हें खासी मशक्कत करनी पड़ी।कैंची धाम का 15 जून को स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर हर साल धाम में विशाल भंडारे और मेले का आयोजन किया जाता है। भंडारे में बाबा नीम करौली महाराज का मनपसंद मालपुआ का प्रसाद दिया जाता है। इस प्रसाद को ग्रहण करने के लिए देश से ही नहीं अपितु विदेशों से भी लोग आते हैं। कैंची धाम में श्रद्धालुओं की संख्या लागातार बढ़ती जा रही है। जबकि इस साल मेले में दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है। जिसके चलते रूट डायवर्ट कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन ने अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर वाहनों का दबाव कम करने के लिए सुबह छह से रात 11 बजे तक भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। 15 जून तक भारी वाहन अल्मोड़ा से वाया क्वारब रामगढ़ होते हुए भवाली को जाएंगे। जबकि रानीखेत से हल्द्वानी जाने वाले वाहन भी वाया क्वारब होते हुए जाएंगे। ये व्यवस्था 15 जून तक लागू रहेगी। इस अवधि में अति आवश्यक सेवाओं को जाने की छूट होगी। लेकिन इन्हें भी बारी-बारी से भेजा जाएगा।