पेड़ो के अवैध कटान पर फॉरेस्ट गार्ड सहित दो वन कर्मी निलंबित
रामनगर। रामनगर के तराई पश्चिमी वन प्रभाग के ज्वाला वन क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध रूप से पेड़ काटने का मामला सामने आया था। जिसमे वन क्षेत्र में अवैध रूप से हरे सागौन और यूकेलिप्टस के पेड़ों के कटान का मामला तराई पश्चिमी के डीएफओ के संज्ञान में आया था,जिसके बाद डीएफओ प्रकाश चंद आर्य ने तुरंत मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए थे। डीएफओ प्रकाश आर्य ने बताया कि कि हमारे तराई पश्चिमी के ज्वालावन क्षेत्र में वन निगम द्वारा तीन लौटों में पातन का कार्य चल रहा है उन्होंने कहा कि हमारे पास लगातार उस क्षेत्र से अवैध काटन कि सूचना मिल रही थी,तो हमारे द्वारा उस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए टीम बनाकर जांच करवाई गयी, जांच में पता चला कि वन निगम के प्लाटों के आस-पास रह रहे लोगो द्वारा अवैध पातन किया गया था, उस अवैध पातन को देखते हुए हमारे द्वारा संबंधित फॉरेस्ट गार्ड व फोरेस्टर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सस्पेंड किया गया है,उसके साथ ही निगम को भी हमारे द्वारा चेतावनी दी गयी है और वन निगम के ऊपर भी जांच जारी की गई है,कि उनके द्वारा इस तरीके से होने वाली घटनाओं पर आखिर क्यों रोक नही लगाई जा रही है और अगर जांच में ये पाया जाता है कि उनके द्वारा लापरवाही की गयी है और जो प्रकाष्ठ की चोरी की गई है उनके लॉट से तो उनके ऊपर भी दंड लगाने की कार्रवाई की जाएगी,जो कि अभी गतिमान है साथ ही प्रकाश आर्य ने कहाँ कि हमारा वन विभाग का जो स्टाफ है उनके विरुद्ध हमारे द्वारा काम मे लापरवाही बरतने पर फॉरेस्ट गार्ड को ससपेंड व फोरेस्टर को आफिस में अटैच करने की कार्रवाई की गई है । इसमे जो भी जांच में दोषी पाए जाएंगे उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।