केदारनाथ धाम में उमड़ी हजारों भक्तों की भीड़,35 क्विंटल फूलों से सुसज्जित हुआ मंदिर

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केदारनाथ(उद संवाददाता)। केदारनाथ धााम के कपाट आज मंगलवार सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए है। ग्रीष्मकालीन कपाटोद्घाटन के शुभ अवसर पर 12वें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ मंदिर को 35 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। केदारनाथा धाम के परिसर में करीब आठ हजार श्रद्धालु कपाटोद्घाटन की पावन बेला के साक्षी बने। सुबह पांच बजे से ही वैदिक मंत्रेचारण और विधिविधान के बीच कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। धार्मिक परंपराओं के निर्वहन के साथ-साथ बाबा केदार की पंचमुखी भोग मूर्ति चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान होकर रावल निवास से मंदिर परिसर में पहुंची। इसके बाद रावल एवं श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिाकारियों की मौजूदगी में प्रशासन की ओर से मंदिर के कपाट खोले गए। कपाट खुलते ही धाम महादेव के जयकारों से गूंज उठा। इसके बाद मुख्य पुजारी शिवलिंग ने गर्भ गृह में भगवान केदारनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की। इसके बाद ग्रीष्मकाल के लिए केदारनाथ के दर्शन शुरू हो गए है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ धााम के कपाट खुलने के शुभ अवसर पर देवाधिदेव महादेव की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की है। करोड़ों भक्तों के अराधय देव बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिये हजारों यात्री पहुंचे हुए है। बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली यात्र सेना की 6-ग्रेनेडियर रेजिमेंट की बैंड धुनों के बीच सरकार ने हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा कराकर धाम में डोली यात्र का स्वागत किया। इस अवसर पर शंकराचार्य अविमुकैतेश्वरानंद सरस्वति भी केदारनाथ धााम पहुंचे। कपाटोद्घाटन के साक्षी बनने के लिए आठ हजार से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं। इसके अलावा देर शाम तक पैदल मार्ग से श्रद्धालुओं का केदारनाथ पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में बारिश और बर्फबारी के अलर्ट को देखते हुए पुलिस की ओर से सोमवार को तीर्थयात्रियों को श्रीनगर और नई टिहरी में रोक दिया गया। श्रीनगर से आगे होटल बुकिंग करा चुके यात्रियों को मौसम को देखते हुए आगे भेजा जा रहा है। मौसम विभाग की ओर से भारी बर्फबारी और बारिश का अलर्ट जारी होने के बाद पुलिस यात्रियों को मुख्य पड़ावों पर रोकने लगी है। श्रीनगर में यात्र वाहनों को एनआईटी के समीप रोककर अस्थायी पार्किंग में खड़ा करवाया जा रहा है। इसके अलावा एनाउंसमेंट कर यात्रियों से मौसम सामान्य होने पर ही आगे जाने की अपील की जा रही है। सोमवार शाम तक पार्किंग में लगभग 50 वाहन खड़े करवा दिए गए। जिन यात्रियों की बुकिंग श्रीनगर से आगे थी उन्हें कुछ देर रोक कर जाने दिया गया। दूसरी ओर टिहरी में भी पुलिस ने केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को फिलहाल रोक दिया है। एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि यात्रियों को भद्रकाली, व्यासी में रोककर उन्हें फिलहाल ऋषिकेश में रुकने को कहा गया है। गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले यात्रियों पर कोई पाबंदी नहीं है। श्रीनगर में 50 से अधिक होटल हैं जिनकी क्षमता लगभग डेढ़ हजार लोगों के ठहरने की है। यदि पुलिस-प्रशासन ठहरने की वैकल्पिक व्यवस्था करता है तो लगभग ढाई से तीन हजार यात्री यहां रुक सकते हैं। सीओ श्याम दत्त नौटियाल के अनुसार यदि कोई यात्री श्रीनगर से आगे होटल की बुकिंग करवाता है, तो स्लिप देखने के बाद उसे जाने दिया जाएगा। वहीं एनआईटी परिसर में बनाई गई अस्थायी वाहन पार्किंग में लाइट की व्यवस्था कर दी गई है। मोबाइल टॉयलेट और पानी का एटीएम भी स्थापित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कपाट खुलने की पूर्व संध्या पर सोमवार शाम गुप्तकाशी पहुंच कर यात्र व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्र पर आने वाले श्रद्धालुओं की मंगलमय यात्र के लिए प्रदेश सरकार की ओर से सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सभी श्रद्धालुओं को सुगमता के साथ देव दर्शन की सुविधा मिले। इसकी भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उन्होंने भगवान केदारनाथ से सभी की मनोकामना पूर्ण करने की भी प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार चारधाम यात्र में गत वर्ष की अपेक्षा अधिक श्रद्धालु प्रदेश में आकर चारों धामों के दर्शन कर पुण्य के भागी बनेंगे। इस मौके पर विधायक केदारनाथ शैला रानी रावत, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, भाजपा की जिला अध्यक्ष महावीर सिंह पंवार, बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र नेगी, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिडिल्याल आदि मौजूद थे।

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