वृद्धा की हत्या खुलासाः ब्याज पर पैसे देने मना किया तो पड़ोसी ने चाकू से रेत दिया था गला
देहरादून। प्रेमनगर में वृद्धा की हत्या के आरोप में पुलिस ने उसके पड़ोसी दुकानदार को गिरफ्रतार किया है। पड़ोसी महिला से ब्याज पर पैसे लेने गया था। पहले महिला ने हां की, लेकिन कुछ देर बाद मना कर दिया। इस पर वह गुस्सा हो गया और सब्जी काटने वाले चाकू से महिला का गला रेत दिया। आरोपी को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। एसएसपी दलीप सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 12 अप्रैल को प्रेमनगर निवासी 78 वर्षीय मंजीत कौर का शव उनके ड्राइंग रूम में मिला था। उनकी गला रेतकर हत्या की गई थी। पता चला कि वृद्धा पैसे ब्याज पर देने का भी काम करती है। ऐसे में पुलिस ने जांच को इस दिशा में घुमा दिया। इस दौरान घटनास्थल के आसपास के करीब 350 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी चेक की गई। इस बीच पड़ोस में रहने वाले एक युवक की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने सारा राज उगल दिया। आरोपी ने अपना नाम पंकज शर्मा उर्फ बंटी निवासी प्रेमनगर बताया। आरोपी ने बताया कि उसने 2010 में मोहल्ले में एक दुकान खोली थी। दुकान कुछ खास नहीं चलती थी। ऐसे में उसने 2022 में बंधन बैंक से 80 हजार रुपये का लोन लिया। इसके लिए पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने उसकी मदद की और लोन के 10 हजार रुपये चुकाए। यह महिला लोन में पार्टनर भी थी। इसके अलावा भी उसने कई जगहों से लोन लिया था। इस बीच कुछ पैसे इस महिला से भी उसने उधार लिए थे। महिला को वृंदावन जाना था इस लिए वह पंकज पर पैसे वापस करने का दबाव बना रही थी। महिला के पैसे चुकाने के लिए वह 12 अप्रैल को सुबह साढ़े नौ बजे मंजीत कौर से पैसे ब्याज पर लेने गया था। पहले उन्होंने हां कर दी और कुछ देर बाद साफ मना कर दिया। इस पर वह गुस्सा हो गया। उस वत्तफ़ मंजीत कौर सब्जियां काट रही थीं। उसने उसी चाकू से मंजीत कौर का गला रेत दिया। इसके बाद उसने वॉश बेसिन पर हाथ धोए और वहां से भाग गया। एसएसपी ने बतया कि आरोपी पंकज को मंगलवार को गिरफ्रतार किया गया। पंकज पैसे ब्याज पर लेने गया था, लेकिन शायद उसने पहले ही यह बात ठान ली थी कि वह इस कदम को भी उठा सकता है। ऐसे में वह घर के अंदर भी बड़े शातिराना ढंग से दाखिल हुआ। दरवाजे पर उंगलियों के निशान न आएं इसके लिए उसने मुठ्ठी बंद कर दरवाजा खोला था। हत्या के बाद जब कपड़े खून में सन गए तो उसने इन कपड़ों को भी बदल लिया। खून से सने कपड़ों को उसने अपने घर की सीढ़ियों के नीचे छुपा दिया। आरोपी ने कई लोगों से उधार लिया हुआ था। वह लोगों के तकादों से परेशान था। इसके लिए वह हर दो महीने में सिम बदल लेता था। ताकि, कोई उसे फिर फोन न करे। कई बार लोग उसके घर पैसे वापस लेने आते थे तो वह उनके साथ झगड़ा भी करता था। घटना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसने पुलिस को भी गुमराह किया। उसने पुलिस को अपने इशारे पर चलाने की भी खूब कोशिश की। आरोपी ने कई नशेड़ियों के नाम भी पुलिस को बताए कि वे महिला की हत्या कर सकते हैं। ऐसे में पुलिस ने इन सबसे पूछताछ की। जब उसकी ये हरकतें बढ़ गई तो पुलिस को शक हो गया। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों में भी उसके घर की तरफ जाने की पुष्टि हो गई। लिहाजा, पुलिस ने उसे गिरफ्रतार कर लिया।