एई और जेई भर्ती परीक्षा के पेपर लीक के मामले में नौ लोगों पर मुकदमा दर्ज
देहरादून। उत्तराखंड में प्रतियोगी परिक्षाओं के पेपर लीक के मामलों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बेहद सख्त रवैया अख्तियार किए हुए हैं। शुरु से ही सीएम धामी ने पेपर लीक के आरोपियों को लेकर कोई नरमी नहीं दिखाई है। वहीं अब सीएम धामी ने एई और जेई की भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में भी मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब कनखल में नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। आपको बता दें कि हाल ही में सीएम के निर्देशों के बाद एई और जेई के पदों पर हुई भर्ती परीक्षा की जांच की गई थी। ये भर्ती परीक्षा 2021 में निकली थी और 2022 में परीक्षा पूरी हो गई और रिजल्ट भी आ चुका है। हालांकि अभी इंटरव्यू नहीं कराए गए हैं। इसी बीच इन भर्ती परिक्षाओं में धांधली का आरोप लगा। इसके बाद सीएम ने इन परिक्षाओं की जांच करा दी। एई और जेई के पदों पर हुई भर्ती परीक्षा में धांधली के तार उसी संजीव चतुर्वेदी से भी जुड़ रहें हैं जो मौजूदा वत्तफ में लेखपाल दृ पटवारी भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ की गिरफ्त में हैं। संजीव से ही हुई पूछताछ में एई, जेई और प्रवत्तफा पदों पर हुई भर्तियों में धांधली का पता चला है। वहीं युवाओं के साथ अन्याय ना हो इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देश पर यूकेपीएससी में एई और जेई परीक्षा में हरिद्वार पुलिस की एसआईटी जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। थाना कनखल पर ।म्.श्रम् परीक्षा प्रश्न पत्र लीक प्रकरण में 9 लोगों पर धारा 420, 409, 120ठ प्च्ब् 3/4 सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम, 7/8 भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज है। सीएम धामी ने कहा की गड़बडी करने वालो को कतई बख्शा नही जायगा इसके लिए सरकार जल्द ही देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लाएगी। ताकि प्रदेश के युवाओं के साथ कोई अन्याय न हो सके।आगे सीएम धामी कहते है की फ्हमारी सरकार पूरे सिस्टम को सुधारने के लिए कृत्संकल्प हैय्। यूकेपीएससी की एई और जेई परीक्षाओं में शिकायतें मिलने पर तुरंत जांच के आदेश दिए गए थे। जिसके बाद मुकदमा भी पंजीकृत कर लिया गया था। पेपर लीक मामले में जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। पहले भी विभिन्न भर्तियों में गड़बडी करने वालों को जेल भेजा गया है। साथ ही राज्य सरकार ऐसी व्यवस्था बना रही है जो कि पूरे पारदर्शी तरीके से भर्ती परीक्षाएं हो सके। वही भर्ती कैलेंडर जारी कर सरकार उसके अनुरूप ही परीक्षाएं आयोजित की जाएगी। ताकि युवाओं को किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। लेखपाल पटवारी भर्ती परीक्षा में पेपर लीक कराने के मामले में गिरफ्त में आया संजीव चतुर्वेदी खासा शातिर है। वो पिछल कई सालों से पेपर लीक करा रहा था। हालात ये थे कि जिस लोक सेवा आयोग पर आंख बंद कर विश्वास किया जा रहा था उसी आयोग में बैठा संजीव लोगों की आंखों में धूल झोंक रहा था। एसटीएफ सूत्रों की माने तो संजीव ने अब तक चार परिक्षाओं में धांधली के बारे में बताया है। इन्हीं में से एई और जेई के साथ ही प्रवत्तफा के पदों पर हुई भर्ती भी शामिल है। सूत्रों की माने तो एई का पेपर लीक कराने के लिए प्रति अभ्यर्थी 50 लाख रुपए तक वसूले गए हैं जबकि जेई और प्रवत्तफा पदों पर भर्ती के लिए 30 लाख रुपए तक की वसूली हुई है।