रूद्रपुर में पूजा अर्चना के साथ उत्तरायणी महोत्सव का आगाज

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रूद्रपुर। गंगापुर रोड स्थित शैल भवन में शैल सांस्कृतिक समिति की ओर से आयोजित उत्तरायणी महोत्सव का शुक्रवार को मेयर रामपाल सिंह और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिवाकर पाण्डे समेत समिति के पदाधिकारियों ने पूजा अर्चना के साथ विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मेयर रामपाल सिंह ने कहा कि लोक संस्कृति का पर्व उत्तरायणी पूरे देश में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है इस पर्व का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व भी है। यह पर्व सामाजिक सदभाव को बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाता रहा है। जब भगवान सूर्य उत्तरायण होकर मकर राशि में आते हैं तो इसे मकर संक्रांति के रूप में देशभर में मनाया जाता है। अलग अलग क्षेत्रें में इस पर्व को अलग अलग नाम दिये गये हैं। कोई इसे लोहड़ी के रूप मे मनाता है तो कोई इसे उत्तरायणी, मकर सक्रांति या खिचड़ी पर्व के रूप में मनाता है। इस पर्व पर सूर्य पूजा के साथ ही पवित्र नदियों में स्नान और श्रद्धा अनुसार जरूरतमंद लोगों को दान करने की प्राचीन परंपरा रही है। उत्तराखण्ड में इस पर्व का विशेष महत्व हैं कुमांऊ में इसे उत्तरायणी के रूप में पूरे श्रद्धाभाव के साथ मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि तराई के आंगन में भी इस लोक पर्व को कई वर्षों से आपसी सदभाव के साथ मनाया जाता है। उन्होंने महोत्सव के आयोजन के लिए शैल सांस्कृतिक समिति के प्रयासों की सराहना की और ऐसे आयोजनों में अपना हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर दो दिन चलने वाले इस महोत्सव में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। इस अवसर पर चल सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंह पटवाल, दिवाकर पाण्डेय, दया किशन दनई , राजेंद्र बोरा, दिनेश पंत, सतीश लोहनी, दान सिंह मेहरा, केशव पनेरु, हरीश दनई, महेश कांडपाल, शैलेंद्र रावत, रजनी रावत,डाॅ एनबी पाठक, कमला पाठक, नीलम कांडपाल, सुधा ज्योति, लीला दनई, सुनीता पांडेय, मंजू दनई, दीपा जोशी, दीपा मटेला,हरिनंदन जोशी, धीरज पांडेय, मोहन उपाध्याय, संजीव उधौरी, जगदीश बिष्ट, दिनेश भट्टð आदि उपस्थित रहे

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