अस्पताल के गेट पर गर्भवती का प्रसव होने पर आक्रोशित परिजनो ने काटा हंगामा
जनप्रतिनिधियो के साथ धरने पर दो अलग-अलग गुट बनाकर बैठे
स्टाफ नर्स पर लगाये गर्भवती से र्दूव्यवहार तथा चिकित्सीय सहायता न उपलब्ध कराने के आरोप
केलाखेडा। प्रा0स्वा केन्द्र केलाखेडा में गर्भवती महिला को प्रसव के समय उचित उपचार ना मिलने तथा अस्पताल से अन्य जगह ले जाने की तैयारी कर रहे परिजन जब गर्भवती को लेकर अस्पताल के गेट पर पहुचे तो पीडिता को अत्याधिक प्रसव पीडा होने लगी तथा अस्पताल के गेट पर ही बुजुर्ग महिलाओं द्वारा पीडिता की डीलिवरी कराई गई जिससे परिजन व स्थानीय निवासी आक्रोशित हो गये।
वही गर्भवती के साथ र्दूव्यवहार करने के आरोपो के चलते केलाखेडा के स्थानीय महिला व पुरूषो ने सैकडो की तादात में अस्पताल परिसर में दो अलग-अलग गुटो वर्तमान व पूर्व चेयरमेन के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया। पीडिता के परिजनो ने स्टाफ नर्स पर गर्भवती महिला को न देखने के आरोप लगाये। जिससे स्वास्थ्य विभाग में हडंकप मच गया सूचना मिलने पर केलाखेडा थानाध्यक्ष भी मय फोर्स के अस्पताल परिसर पहुचे तथा आक्रोशित भीड को शांत कराने लगे। आनन-फानन में बाजपुर उपजिला चिकित्साल्य अधीक्षक व एसीएमओ मौके पर पहुचे तथा आका्रेशित लोगो को समझाकर स्टाफ नर्स के खिलाफ लिखित शिकायत पर तत्काल कार्यवाही करने व अस्पताल परिसर में जन्म प्रमाण पत्र के नाम धनराशि मांगने वाले बाबू को कडी चेतावनी देकर धरना प्रदर्शन समाप्त कराया। वही दूसरी ओर जच्चा और बच्चा दोनो को स्वास्थ्य केन्द्र में डाक्टरो की निगरानी में रखा गया है।
महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने केलाखेड़ा अस्पताल प्रबंधन पर नाराजगी व्यक्त की
केलाखेड़ा। पीएचसी केलाखेड़ा में गेट के बाहर गर्भवती महिला के प्रसव को लेकर गुरुवार की देर शाम महिला आयोग की उपाध्यक्ष सायरा बानो केलाखेड़ा पहुंची। उन्होंने मरीज के परिजनों से मुलाकात की तथा अस्पताल प्रबंधन पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। सायरा बानो ने कहा कि गर्भवती महिला को अस्पताल से भगाने तथा उसका उपचार न करने का आरोप अस्पताल प्रबंधन पर लगा है। यह भी आरोप है कि उपचार के अभाव में गर्भवती महिला ने अस्पताल के बाहर खुले में बच्चे को जन्म दिया है जो कि बहुत ही गंभीर और संवेदनशील मामला है। ऐसे में जच्चा और बच्चा दोनों को खतरा हो सकता था। उन्होंने कहा कि वह इस मामले का संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री तथा मुख्यमंत्री को लेटर लिखेंगी तथा मौजूद डॉक्टर व स्टॉफ पर कार्यवाही की मांग करेंगी। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में सभी प्रकार की सुविधाएं हो इसके लिए भी वह राज्य सरकार से मांग करेंगी।
बताते चले कि चिकित्साल्य वार्ड निवासी आसिफ अली ने शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि वह अपनी पत्नी नूरी को प्रसव पीडा होने पर प्रातः प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र परिजनो के साथ लेकर पहुचा तो ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ नर्स निधि द्वारा प्रसव पीडित नूरी की जॉचे देखकर कहा गया कि यह हाई रिस्क डीलिवरी है इसे यहा से अनयन्त्र जगह दिखाना पडेंगा जिस पर गर्भवती नूरी ने अपनी गरीबी का हवाला देकर यही प्रसव कराने के बात कही परंतु स्टाफ नर्स द्वारा पीडिता के साथ र्दूव्यवहार करते हुए उसे वहा से जाने के लिए कहा आसिफ अली जब अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल के बाहरी गेट के पास पहुचा तो नूरी को अत्याधिक प्रसव पीडा होने लगी तथा उसने वही मौहल्ले के बुजुर्ग महिलाओ की देखरेख मे एक नवजात शिशु को जन्म दिया। जिससे आसिफ व उसके परिजनो तथा स्थानीय लोगो में आक्रोश भर गया तथा उन्होने जच्चा व बच्चा को अस्पताल के गेट पर चारपाई पर लेटाकर हंगामा करना शुरू कर दिया। स्टाफ नर्स व अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कार्यवाही की मांग करने लगे। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष केलाखेडा ललित मोहन रावल मय फोर्स के अस्पताल पहुचे तथा पीडिता के परिजनो को समझाबुझाकर जच्चा व बच्चा को उचित उपचार हेतु अस्पताल में मौजूद डा0 व स्टाफ नर्स की निगरानी देखरेख हेतु भर्ती कराया। इसी बीच मामले की सूचना मिलने पर पूर्व चेयरमेने हामिद अली व वर्तमान चेयरमेन अकरम खॉ अपने-अपने समर्थको के साथ अस्पताल परिसर पहुचे तथा दो अलग-अलग गुटो में अपने-अपने समर्थको के साथ अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर नारे बाजी करते हुए दरी बिछाकर धरने पर बैठ गये। इस घटना से स्वास्थ्य महकमे मे हडकंप मच गया आनन-फानन में बाजपुर उपजिला चिकित्साल्य अधीक्षक डा0 पंकज माथूर व एसीएमओ डा0 तपन शर्मा मौके पर पहुचे तथा धरने पर बैठे दोनो गुटो से अलग-अलग वार्ता कर स्टाफ नर्स के खिलाफ लिखित शिकायत पर तत्काल कार्यवाही करने अस्पताल परिसर में सुविधा शुल्क मांगे जाने की शिकायत पर जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने का प्रभार लैब टेकिनिशयन अनुराग मेहरा को व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा प्राची अग्रवाल व सम्बधित वार्ड की आशा के देखरेख में निर्गत करने के निर्देश दिये। जिससे आक्रोशित भीड शांत हो गई। तथा मामले का पटाक्षेप हो गया। इस मौके पर पूर्व चेयरमेन हामिद अली के साथ वर्तमान सभासद रिजवान अली,फरीद अली, सरफराज अली,वर्तमान चेयरमेन अकरम खॉ सपा नेता शाहेरूम उर्फ टोनी पठान,फाजिल अली,गुलाम अली,टानू,राशिद अली साजिद अली,अयूब अली,मुख्तयार अली, जाफरी बेगम जमीला बेगम,रूबी, जरीना आदि सैकडो महिला व पुरूष मौजूद थे।
दोनो गुटो ने अलग-अलग दिये शिकायती पत्र
केलाखेडा। धरने पर मौजूद पूर्व चेयरमेन हामिद अली के साथ वर्तमान सभासद रिजवान अली,फरीद अली, सरफराज अली तथा सैकडो समर्थको व नूरी के पति आसिफ अली ने स्टाफ नर्स के खिलाफ लिखित शिकायती पत्र एसीएमओ डा0 तपन शर्मा व बाजपुर उपजिला चिकित्साल्य अधीक्षक डा0 पंकज माथूर को सौपा। वही दूसरी ओर वर्तमान चेयरमेन अकरम खॉ ने भी अपने लैटर पैड पर अस्पताल परिसर में जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने के एवज में सुविधा शुल्क मांगे करने वाले कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही करने तथा अस्पताल परिसर में किसी भी दशा मे पहुचे मरीज को प्राथमिक उपचार की सुविधा हरहाल में उपलब्ध कराने व प्रभारी चिकित्सक को तत्काल प्रभाव से हटा कर नये चिकित्सक की तैनाती करने का मांग पत्र दोनो अधिकारियो को सौपा।
आम जनता के लिए अजीब सी बन गई स्थिति
केलाखेडा। अस्पताल परिसर में हुई घटना को लेकर वर्तमान व पूर्व चेयरमेन अलग-अलग गुट बनाकर धरने पर बैठे तो आम जनता मेें अजीब सी कशमकश की स्थिति उत्पन्न हो गई। लोगो की समझ मे नही आ रहा था कि वह किसके समर्थन में धरने पर बैठे वही हामिद अली के समर्थन में उनके समर्थक अत्याधिक संख्या में मौजूद दिखे तथा उनके द्वारा लगातार नारेबाजी भी की गई।
जब वर्तमान सभासद भी दिखे पूर्व चेयरमेन के साथ
केलाखेडा। अस्पताल परिसर में धरने पर बैठे दोनो गुटो में वर्तमान सभासद रिजवान अली,फरीद अली, सरफराज अली भी अपने समर्थको के साथ धरने प्रदर्शन के समर्थन मे पूर्व चेयरमेन हामिद अली के पक्ष में बैठ गये तथा दूसरी ओर वर्तमान चेयरमेन के पक्ष में उनके भाई पूर्व सपा प्रत्याशी 65 विधान शहेरूम उर्फ टोनी पठान व बाल्मीकि नेता यादराम अपने समर्थको सहित धरने पर बैठे।
जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने के सन्दर्भ में सुविधा शुल्क मांगने वाले कर्मचारी की एसीएमओ ने कडी फटकार लगा की इतिश्री
केलाखेडा। धरना दे रहे दोनो गुटो मे एक मांग जो कि दोनो गुटो ने रखी कि अस्पताल परिसर मेे जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने वाले कर्मचारी द्वारा जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने के सम्बंध में आम जनमानस से सुविधा शुल्क मांगा जाता है जिस पर एसीएमओ द्वारा सम्बंधित कर्मचारी को बुलाकर कड़ी फटकार लगा कर रवैये मे सुधार लाने की चेतावनी देकर अपने कर्तव्यो की इतिश्री कर ली जबकि दूसरी ओर राज्य के मुख्य मंत्री भृष्टाचार पर जीरो टालरेस की नीति पर अधिकारियो से काम करने के दिशा-निर्देश जारी किये गये है परंतु मात्र फटकार से ही क्या जीरो टालरेस नीति धरातल पर कारागार हो पायेगी।