देहरादून में अंकिता को न्याय दिलाने के लिए धरने पर बैठे हरदा,विभिन्न संगठनों के लोग शामिल हुए
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा : अंकिता हत्याकाण्ड के मामले में सरकार की भूमिका संदिग्ध
देहरादून। अंकिता हत्याकाण्ड मामले में सरकार के बयान के विरोध और वीआईपी गेस्ट का खुलासा करने की मांग का लेकर आज पूर्व सीएम हरीश रावत के आहवान पर सैकड़ों लोगों ने गांधी पार्क में एकत्र होकर प्रदर्शन किया और चौबीस घंटे के लिए धरने पर बैठ गये। सोमवार दोपहर 12 बजे शुरू हुआ यह धरना मंगलवार 12 बजे तक जारी रहेगा। धरना प्रदर्शन में कांग्रेस सहित विभिन्न संगठनों के लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गांधी पार्क में धरने में बैठने से पूर्व पूर्व सीएम हरीश रावत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अंकिता हत्याकाण्ड के मामले में सरकार की भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि वीआईपी गेस्ट का अभी तक खुलासा न होना कहीं न कहीं सरकार की भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा है साथ ही इस मामले में उन्होंने सरकार के बयान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अंकिता को हर हाल में न्याय मिलना चाहिए। अंकिता हत्याकाण्ड में वीआईपी को बचाने के लिए सरकार ने विधानसभा में जो बयान दिया है वह जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है। उन्होंने कहा कि वनंतरा रिसार्ट में वीआइपी को लेकर सरकार के मंत्री का जो बयान आगे आया है वह भविष्य में मुकदमे को प्रभावित कर सकता है। वनंतरा रिसार्ट की कर्मचारी ने अपनी वाट्सएप चेटिंग में साफ कहा है कि उस पर वीआइपी को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव था। इस प्रकरण को लेकर उत्तराखंड की जनता में अभी भी कई तरह के संदेह हैं। इसमें वीआइपी की उपस्थिति गंभीर मामला है। इससे रिसार्ट संस्कृति पर भी गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत ने अनामिका गैंगरेप केस में भी सरकार से उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने की मांग की है।उन्होंने कहा कि पहला चरण अंकिता बेटी को न्याय दिलाने के लिये है अगर सरकार ने उचित कदम नहीं उठाया तो संषर्ष कया जायेगा। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में महिलायें और कांग्रेस सहित अन्य संगठनों के कार्यकर्ता ध्रने में शामिल होने पहुंचे। पूर्व सीएम ने कहा कि उनका ध्रना अगले 24 घंटे तक जारी रहेगा।