सेना को मिले 314 युवा अफसर
देहरादून । भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही 314 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इनके साथ ही 11 मित्र देशों के 30 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। सेना की मध्य कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ ले. जनरल योगेन्द्र डिमरी ने बतौर रिव्यूइंग आफिसर परेड की सलामी ली। शनिवार को सुबह 8 बजकर 55 मिनट पर मार्कर्स काल के साथ परेड शुरू हुई। कंपनी सार्जेंट मेजर प्रियांशु त्यागी, नकुल सिंह तोमर, ओंकार, हिमाल श्रीश थापा, असीम आनंद व गौरव चौहान ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। अकादमी के एतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर सुबह परेड के बाद पीपिंग व ओथ सेरेमनी के बाद पासिंग आउट बैच के 344 जेंटलमैन कैडेट देश-विदेश की सेना में बतौर अफसर शामिल हो गए। इनमें 314 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थलसेना को मिले। जबकि 30 युवा सैन्य अधिकारी ग्यारह मित्र देशों भूटान, मालद्वीव, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, सूडान, तजाकिस्तान, तंजानिया, तुर्कमेनिस्तान, वियतनाम व उज्बेकिस्तान की सेना का अभिन्न अंग बने। पासिंग आउट परेड में उत्तर प्रदेश से 51, हरियाणा से 30, उत्तराखंड से 29, बिहार से 24, महाराष्ट्र और पंजाब से 21-21, हिमाचल से 17, राजस्थान से 16, मध्यप्रदेश से 15, दिल्ली से 13, केरल से 10, जम्मू एंड कश्मीर और कर्नाटक से नौ-नौ, पश्चिम बंगाल से आठ, तमिलनाडु से सात, गुजरात से पांच, असम, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश से चार-चार, मिजोरम से तीन, मणिपुर, झारखंड, तेलंगाना और चंडीगढ़ से दो-दो, त्रिपुरा, अरुणाचल, नगालैंड, ओडिशा, त्रिपुरा, लद्दाख और नेपाल मूल (भारतीय सेना) से एक-एक कैडेट भारतीय सेना का हिस्सा बने। शनिवार को सैन्य अकादमी के नाम देश-विदेश की सेना को 64 हजार 489 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया है। आज पासिंग आउट परेड के बाद पवन कुमार को स्वार्ड आफ आनर के सम्मान से नवाजा गया। जबकि स्वर्ण पदक पवन कुमार, रजत पदक- जगजीत सिंह,रजत पदक टीजी-अभिषेक शर्मा,कांस्य पदक-सिरीपुरापु लिखित, चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर-जोजिला कंपनी एवं सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट का सम्मान अश्विन सिजदेल नेपाल को मिला। इससे पूर्व कैडेट्स ने शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठे हर शख्स को मंत्रमुग्ध किया। आइएमए बैंड, डोगरा रेजीमेंट बैंड व आर्मी बैंड की धुनों और गुनगुनाती धूप के बीच जांबाजों के एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने ने दर्शक दीर्घा में ऊर्जा का संचार किया। युवा सैन्य अधिकारी अंतिम पग भर रहे थे, तो आसमान से हेलीकॉप्टरों के जरिए उन पर पुष्प वर्षा हो रही थी।