सड़क बंद होने के खिलाफ फूटा गुस्सा,200 गांवों के लोग परेशान
हल्द्वानी । हैड़ाखान रोड बंद होने की वजह से 200 गांवों के लोग पिछले दस दिन से परेशान हैं। शुक्रवार को ग्रामीणों ने दस किमी पैदल चलने के बाद वह काठगोदाम पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीणों का साफ कहना था कि प्रशासन व जिम्मेदार अधिकारी उनकी सुध नहीं ले रहे। बता दें काठगोदाम से दो किमी आगे पहाड़ की सड़क बारिश के दिनों में भी प्रभावित हुई थी। जिसके बाद मलबे को हटा सिंगल वाहन निकलने का रास्ता बनाया गया। लेकिन 15 नवंबर की सुबह भारी मात्रा में मलबा आ गया। 50 मीटर ऊंचाई से गिरे मलबे ने मार्ग को पूरी तरह बंद कर दिया। इस स्थिति में काश्तकारों के अलावा बीमार लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फल व सब्जी लेकर हल्द्वानी आने वाले कई किमी घूमकर पहुंच रहे हैं। जिस वजह से किराया-भाड़ा भी ज्यादा लग रहा है। वहीं, दूसरी तरफ लोनिवि वैकल्पिक मार्ग के तौर पर रौशिल-जमरानी और विजयपुर-ओखलढूंगा मार्ग को खोलने में जुटा है। लेकिन अभी काम पूरा नहीं हो सका। शुक्रवार सुबह धरना प्रदर्शन में जुटे ग्रामीणों ने कहा कि सड़क बंद होने की वजह से उनके समक्ष संकट की स्थिति बन चुकी है। हैड़ाखान रोड का कई बार स्थायी ट्रीटमेंट करने की मांग के बावजूद सुध नहीं ली गई। जिस वजह से अब आपदा की स्थिति बन चुकी है। डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल के अनुसार हैड़ाखान में भूस्खलन वाली पहाड़ी का भूगर्भीय अध्ययन करने पर पता चला कि सड़क को जल्द खोलना मुश्किल है। यहां स्थायी ट्रीटमेंट की जरूरत है। इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं।