स्कूली छात्रों को ड्रेस में ना आने एवं समय से विद्यालय ना पहुंचने पर मास्साब ने घंटो तक बनाये रखा मुर्गा

0

काशीपुर। स्कूली छात्रों को ड्रेस में ना आने एवं समय से विद्यालय ना पहुंचने पर शिक्षकों ने उन्हें मानसिक व शारीरिक यातनाएं देते हुए घंटो तक उन्हें मुर्गा बनाए रखा। बताया जा रहा है कि विद्यालय में विलंब से पहुंचने पर छात्रों को हाथ ऊपर कर घंटो तक खड़ा कराया जाता है। शिक्षकों के इस कृत्य से बच्चों का भविष्य अधर में ही नहीं है बल्कि उनके दिमाग पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। इस मामले में समाज सेवा के क्षेत्र से जुड़े युवा अधिवक्ता अली अनवर ने जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित शिकायत पत्र प्रेषित कर स्क्रीनिंग कमेटी गठित करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने शिकायती पत्र में यह भी लिखा कि जांच कमेटी में किसी शिक्षक को शामिल न किया जाए अन्यथा जांच प्रभावित हो सकती है। जिला शिक्षा अधिकारी को भेजे शिकायती पत्र में समाजसेवी अली अनवर ने बताया कि पिछले दिनों स्थानीय उदय राज हिंदू इंटर कॉलेज में दर्जनों छात्रों को लाइन से खड़ा कर शिक्षकों द्वारा उन्हें घंटों तक मुर्गा बनाए रखा गया। विद्यालय में विलंब से पहुंचने पर एवं ड्रेस ना होने पर छात्रों को काफी देर तक हाथ ऊपर करके खड़े रखने का भी मामला प्रकाश में है। जब छात्रों से इस बारे में पूछा गया तो मारे डर के उन्होंने कुछ भी नहीं बताया। दो छात्रों ने बताया कि उनके पास ड्रेस खरीदने के लिए पैसे नहीं है इसलिए उन्हें रोजाना मुर्गा बनाकर प्रताड़ित किया जाता है। बता दें किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 82 में बच्चों को दंडित करने पर सजा का प्रावधान है। देशभर के नामचीन स्कूलों में बच्चों द्वारा आत्महत्या के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने हिफाजत के फल स्वरुप कड़े नियम बनाए हैं। इस तरह के मामलों में यदि पुलिस एफ आई आर दर्ज नहीं करती तो पीड़ित पक्ष किशोर न्याय बोर्ड से शिकायत कर सकता है। इस तरह के मामलों में सजा व जुर्माना दोनों हो सकता है इसके अलावा संस्थान से बर्खास्तगी भी तय है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.