द्रौपदी का डांडा में लापता नैनीताल के प्रशिक्षु शुभम सांगूड़ी का शव बरामद
देहरादून/नैनीताल। उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा में एवलांच आने से लापता हुए नैनीताल के तल्ला कृष्णापुर निवासी निम के प्रशिक्षु शुभम सांगूड़ी का शव बरामद हो गया है, जिसके बाद परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है। शुभम के पिता दीवान सिंह टैक्सी संचालक हैं। पिछले दिनों बेटे के लापता होने के बाद से ही परिवार के लोग परेशान हो गए थे। इसके बाद पिता समेत अन्य स्वजन तत्काल यहां से उत्तरकाशी को रवाना हो गए थे। अब शुभम का शव मिलने से परिवार में कोहराम मच गया है। शुभम का शव आज अल्मोड़ा लाया जायेगा। स्वजन अभी हर्षिल में हैं। जरूरी औपचारिकता के बाद शव लेकर आएंगे। शुभम 10 सितंबर को नैनीताल से उत्तरकाशी गया था। 14 को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान में गया था। एमबीए पास शुभम पहले भी ट्रेकिंग दलों में गया था। स्वजनों के अनुसार वह पर्वतारोहण में ही कॅरियर बनाना चाहता था। उधर डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में रेस्क्यू दल ने शुक्रवार को सात प्रशिक्षु पर्वतारोहियों के शव बरामद किए थे। सात शव आज हेलीपैड पर पहुंच गएं। अब तक कुल 26 शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि तीन अभी भी लापता हैं। इनकी तलाश के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है। बता दें उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 29 सदस्य रविवार को डोकराणी बामक ग्लेशियर में हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद लापता हो गए थे। चार शव घटना के दिन ही फर्स्ट रिस्पांडर ने बरामद कर लिए थे। बृहस्पतिवार को आईटीबीपी, एसडीआरएफ, हॉज व सेना ने घटना स्थल पर रेस्क्यू शुरू किया था और प्रशिक्षुओं के शव बरामद किए थे। जबकि शुक्रवार को रेस्क्यू टीम ने घटना स्थल से सात प्रशिक्षु पर्वतारोहियों के शव बरामद किए। अब तक कुल 26 शव बरामद हो चुके हैं। इनमें से दो शव प्रशिक्षकों के हैं और 24 शव प्रशिक्षु पर्वतारोहियों के हैं। अभी भी तीन प्रशिक्षु लापता चल रहे हैं जिनकी तलाश के लिए घटना स्थल पर रेस्क्यू किया जा रहा है।