द्रौपदी का डांडा में एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल,नौमी रावत सहित दस पर्वतारोहियों के शव बरामद,रेस्क्यू आपरेशन जारी
उत्तरकाशी(उद ब्यूरो)। उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा में एवलांच आने के बाद लापता करीब 25 पर्वतारोहियों की खोजबीन के लिए घटना के दूसरे दिन बुधवार तड़के से बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। अभी तक एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल,नौमी रावत सहित 10 शव बरामद किए जा चुके हैं। वहीं 14 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। एडवांस कैंप से एसडीआरएफ व नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की टीम ने भी खोज बचाव टीम ने भी बुधवार तड़के अपना अभियान शुरू कर दिया। बुधवार को हर्षिल आर्मी हेलीपैड से चीता हेलीकाॅप्टर मे माध्घ्यम से छह घायलों को लाया गया। इसमें एक प्रशिक्षक व पांच प्रशिक्षु घायलों को मातली उत्तरकाशी पहुंचाया गया है। सभी को हल्घ्की चोट आई हैं। रेस्क्यू किये गए व्यत्तिफयों में दीप सिंह पुत्र श्री कन्हैया लाल, गुजरात।रोहित भट्ट पुत्र श्री जगदम्बा प्रसाद, टिहरी गढ़वाल।सूरज सिंह, उत्तरकाशी। सुनील लालवानी पुत्र बालचंद, मुम्बई।आकाश पुत्र मुन्नालाल, मुम्बई।अनिल कुमार;नायब सूबेदार, निमद्ध पुत्र विद्याधर सिंह, राजस्थान।मनीष अग्रवाल, दिल्ली। कंचन सिंह, चमोली।अंकित सिंह, देहरादून।प्रदीप कुमार, पश्चिम बंगाल।अंकुर शर्मा, देहरादून।राकेश राणा, उत्तरकाशी। प्रशिक्षक बबीता, उत्तरकाशी। प्रशिक्षक रेखा, उत्तरकाशी शामिल हैं । जबकि लापता विभिन्न राज्यों के पर्वतारोहियों की सूची के अनुसार अतानु धर, दिल्ली, सौरव विश्वास, बंगाल,अमित कुमार शाह, बंगाल ,संदीप सरकार, बंगाल, नितीश, हरियाणा,रजत सिंघल, हरियाणा,वामसिदर रेîóी, तेलंगाना, विक्रम रमन, तमिलनाडु,विक्रम एम, कर्नाटक,दीपशिखा हजारिका, असम,गोहिल अर्जुनसिन, गुजरात,रक्षित के.कर्नाटक,टिक्लू जायरवा, उड़ीसा,ले. क. दीपक वशिष्ठ, हिमाचल,शिवम कैंथला, हिमाचल,अंशुल कैंथला, हिमाचल,विनय पंवार, उत्तराखंड,शुभम सांगरी, उत्तराखंड,नरेंद्र सिंह, उत्तराखंड,सिद्धार्थ खंडूरी, उत्तराखंड,सतीश रावत, उत्तराखंड,राहुल पंवार, उत्तराखंड,कपिल पंचार, उत्तराखंड,अजय बिष्ट, उत्तराखंड,संतोष कुकरेती, उत्तराखंड शामिल बताये जा रहे है। जानकारी के मुताबिक डोकराणी ग्लेशियर क्षेत्र में साढ़े 18600 फीट ऊंचाई पर स्थित द्रौपदी के डांडा में नेहरु पर्वतारोण संस्थान ;निमद्ध का 42 सदस्यीय प्रशिक्षण दल के मंगलवार को एवलांच हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद से 25 पर्वतारोही लापता हुए थे। लापता सदस्यों के एवलांच में दबने और ग्लेशियर के बीच बड़ी दरारों ;क्रेवासद्ध में फंसे होने का अनुमान है। मंगलवार को वायुसेना की टीम की अगुआई में लापता सदस्यों की खोजबीन की गई है, लेकिन मौसम के कारण खोजबीन में बाधा आती रही। बुधवार सुबह फिर से अभियान शुरू किया गया। वायुसेना ने दो चीता हेलीकाॅप्टर रेस्क्यू के लिए हर्षिल में तैनात किए गए हैं। लापता सदस्यों में दिल्ली, बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, असोम, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश के प्रशिक्षणार्थी हैं।दल में बतौर प्रशिक्षक शामिल एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल समेत चार की मृत्यु हो चुकी है। चार घायलों को रेस्क्यू कर उन्हें एडवांस कैंप में उपचार दिया जा रहा है। दल के आठ सदस्य सुरिक्षत हैं। बीते 32 सालों में उत्तराखंड में एवलांच की 16 बड़ी घटनाओं में 60 पर्वतारोहियों की जान जा चुकी है। पर्वतारोही दल में पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद हरिद्वार रमेश पोखरियाल निशंक के दामाद मेजर देवल वाजपेयी भी शामिल हैं और सुरक्षित हैं। घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सांसद निशंक से फोन पर बात की। देर रात पूर्व मुख्यमंत्री निशंक ने बताया कि उनके दामाद मेजर वाजपेयी इस पर्वतारोही दल का हिस्सा थे। हिमस्खलन के बाद वह संभवतया उन कुछ पर्वतारोही में शामिल रहे, जो सुरक्षित निकल आए या निकाल लिए गए।