पुलिस ने पकड़ा सट्टा किंग,साथियों के खोले राज
जसपुर। एसएसपी द्वारा जनपद में सट्टे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा मोहल्ला नत्था सिंह को जाने वाले रास्ते पर मुखबिर की सूचना पर सट्टा किंग को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को अपने कई साथियों के राज भी बताये। जानकारी के अनुसार प्रभारी निरीक्षक ने पकड़े सट्टाकिंग स ेपूछताछ की तो उसने अपना नाम पता विजय कुमार पुत्र नन्द किशोर निवासी मोहल्ला नत्था सिहं बताया। उसने बताया गया कि अमन पुत्र पुरूषोत्तम की बातों में आकर जसपुर क्षेत्र में नौजवान लघको व मजदूर लोगों से सम्पर्क कर उन्हे सट्टा खेलने का चस्का लगाया । सलीम, मोनू, मौबिन, फुरकान, राकेश, विक्की, सोनी, महिपाल, अवरार, जुमा, सरफराज,सूरज,समीर,अफसर, मकसूद, असलम जुम्मा आदि लोग एजेन्ट के रुप में नौजवान व गरीब मजदूर लोगों को अपनी बातों में फसाकर अधिक पैसा कमाने का लालच देकर पैसा इकट्ठा करके उस पैसे को सट्टे के रुप में अमन पुत्र पुरुषोतम के पास लगाते है । अमन ने जसपुर क्षेत्र में इन सब लोगों का एक गैंग बनाया हुआ है। सब एजेन्ट सट्टा लगाने वालो से कैश लेते है और एक दूसरे के साथ व्हाटस एप के माध्यम से सट्टे के लेन देन की पर्ची या हिसाब किताब एक दूसरे को सैंड करते है । फिर आपस में सारा पैसा इकट्ठा करके सट्टा लगाने के लिये अमन पुत्र पुरुषोतम को देते है । सब लोग आपस में बैठकर या फोन पर बात कर या व्हाट्स एप पर बात करके एक दूसरे से सम्पर्क रखते है । रोज सब मिल कर एक नम्बर डिसाइड करते है कि आज लौटरी /सट्टे के तौर पर ये नम्बर निकाला जायेगा । सब एजेन्ट लोग दिनभर सट्टा खेलने वालों से पैसा तीन सट्टो के नाम से इकट्ठा करते है। जैसे दिल्ली का सट्टा, फरिदाबाद का सट्टा, गाजियाबाद का सट्टा, सट्टे का नम्बर शाम को 6 बजे से रात को 10 बजे के बीच में खोलते है एजेन्ट लोग ये देखते है कि सट्टा लगाने वालों में 1 से लेकर 100 तक के नम्बर में किस नम्बर पर सबसे कम पैसे लगे है या ऐसा कौन सा नम्बर है जिस पर किसी ने पैसे लगाये ही नहीं है। फिर उस नम्बर को मार्केट में खोल देते है और सट्टा खेलने वालो को बताते है कि आज ये नम्बर आया है। जिस सट्टा खेलने वाले का नम्बर निकल जाता है तो उसे 10 रुपये के 800 रुपये दिये जाते है। बाकी सब एजेन्ट लोग जितना भी पैसा इकट्ठा करते है । उसका 10-10 प्रतिशत आपस में अपने पास रख लेते है और बाकी के रुपये अमन पुत्र पुरुषोतम अपने पास रखता है। अमन ने ही सबको सट्टा खेलना व खिलाना सिखाया है । सट्टे के लेने की पर्ची व हिसाब किताब एक दूसरे को व्हाट्सएप के माध्यम से आदान प्रदान करते है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया आपराधिक षडयंत्र रचकर जुआ कारोबार चलाने के अपराध में जल्द एसएसपी के आदेश अनुसार गुंडा व गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। पुलिस टीम में प्रभारी उ0नि0 अनिल जोशी, उ0नि0 कौशल भाकुनी, उ0नि0 जावेद मलिक, का. अवधेष कुमार, पियुष भट्ट व कैलाश शामिल थे।