एनएमसी बिल के खिलाफ निजी चिकित्सक रहे हड़ताल पर
रुद्रपुर/हल्द्वानी। नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के खिलाफ आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय आहवानपर नगर के समस्त निजी चिकित्सक प्रातः 6 से 12 घंटे के लिए हड़ताल पर रहे। इस दौरान निजी चिकित्सालयों में उपचार कराने आये रोगियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। आईएमए की नगर शाखा के अध्यक्ष डा- अजय अग्रवाल की अध्यक्षता में एसोसिएशन की एक बैठक भी आयोजित हुई जिसमें एमएनसी बिल को पूर्णतया अलोकतांत्रिक, गरीब विरोधी, संघीय विरोधी और अमीरों को रास आने वाला बताया। वक्ताओं ने कहा कि इस बिल के माध्यम से सभी अधिकारों को केंद्रीयकृत करने का इरादा स्पष्ट दिखायी दे रहा है। लोकतांत्रिक तरीके से सुनी हुई एमसीआई को समाप्त एनएमसी का गठन किया गया जो पूर्णता अलोकतांत्रिक है। इससे राज्य चिकित्सकों का प्रतिनिधित्व पूर्णता समाप्त कर दिया जायेगा। साथ ही टीम के स्थान पर 10 सदस्यों को रखने की सिफारिश भी अस्वीकार कर दी गयी है जिससे राज्य का प्रतिनिधित्व आगामी 10वर्षों की अवधि के लिए नहीं रहेगा। वक्ताओं ने कहा कि एग्जिट टेस्ट के रूप में एमबीबीएस करने के बाद भी राज्य चिकित्सा परिषदों के साथ पंजीकृत नहीं हो पायेंगे। यह एग्जिट टेस्ट विदेशों से पास एमबीबीएस के लिए अनिवार्य नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि उपरोक्त सभी कारणों के बाद भी एनएमसी बिल पास होता है तो आईएमए इसके खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा व समस्त निजी चिकित्सक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे जिसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी। चिकित्सकों ने प्रातः 6 से सायं 6बजे तक हड़ताल की। इस दौरान आपातकालीन व आईपीडी सुविधा जारी रखी गयीं। इस दौरान डा- निवेश गुप्ता, डा- डीपी जोशी, डा- एससी निगम, डा- एके जैन, डा- नीरजा पंत, डा- जसविंदर गिल, डा- स्वाति अग्रवाल, डा- अमित मिश्रा, डा- राजीव सेतिया, डा- प्रक्षय अग्रवाल, डा- वीके जोशी, डा- सुभाष निगम, डा- विशाल रस्तोगी, डा- अजय अग्रवाल, डा- अशोक गुप्ता, डा- अतुल जोशी, डा- मनोरंजन पंत,डा- ओपी महाजन,डा- अनुराग गर्ग, डा- अशोक गर्ग, डा- अतुल अग्रवाल व डा- जीएस चीमा आदि चिकित्सक मौजूद थे। बेठक के पश्चात आईएमए शाखा के समस्त पदाधिकारी व सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को अपनी मांगों के सम्बन्ध में ज्ञापन प्रेषित किया। हल्द्वानी- केंद्र के आहवान पर शहर के निजी अस्पतालों के डॉक्टर हड़ताल पर चले गये। उ न्होंने ओपीडी सेवाएं 12 घण्टे के लिए ठप कर रदीं। शहर के 40 निजी अस्पतालों के 120 डॉक्टर हड़ताल पर चले गये। चिकित्सकों ने नेशनल कमीशन बिल के विरोध में आपातकालीन सेवाएं ठप कर दीं। चिकित्सकों ने इमरजेंसी सेवा ऽुली रखीं और ओपीडी सेवाएं पूर्ण रूप से बंद कर दीं।