उत्तराखंड में UKSSSC परीक्षा घोटाले का मास्टरमाइंड हाकम सिंह को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

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कहा: कॉंग्रेस के दवाब में ये सबकुछ हो रहा है,पोलटिकली रंजिश की वजह से उसे फंसाया गया
देहरादून। उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में एसटीएफ के शिकंजे में एक बड़ी मछली फंस गई है। एसटीएफ ने जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत को गिरफ्तार कर लिया है। भर्ती पेपरलीक का मास्टरमाइंड भाजपा के जिला पंचायत सदस्य हाकमसिंह को जब एसटीएफ मीडिया के सामने लाई तो उसने बौखलाहट में कहा कि कॉंग्रेस के दवाब में ये सबकुछ हो रहा है मुझे कॉंग्रेस के दवाब की वजह से गिरफ्तार किया गया है। उसने कहा कि पोलटिकली रंजिश की वजह से उसे फंसाया गया है। हाकम सिंह रावत  पिछले लगभग एक पखवाड़े से एसटीएफ के निशाने पर थे और लगातार उनपर नजर रखी जा रही थी। हाकम सिंह के विदेश में होने के चलते उनसे पूछताछ नहीं हो पा रही थी। पता चला है कि एसटीएफ पकड़े जा रहे लोगों से भी हाकम की भूमिक को लेकर पूछताछ की जा रही थी। एसटीएफ ने हाकम सिंह को लेकर पुख्ता सबूत इकट्ठा किए। उसका इंतजार किया और फिर अरेस्ट कर लिया। दरअसल हाकम सिंह पिछले कई दिनों से बैंकाक में था। लिहाजा एसटीएफ उससे पूछताछ नहीं कर पा रही थी। इसी बीच हाकम लौटा और उसे बीते दिनों उत्तरकाशी के मोरी के कोटगांव सांकरी में अपने रिजॉर्ट में देखा गया था। शनिवार देर शाम वह पंजाब नंबर की एक कार से हिमाचल प्रदेश की ओर जा रहा था। इसी दौरान एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने आराकोट बैरियर पर उसे हिरासत में ले लिया। हाकम सिंह इस पूरे पेपर लीक का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। हाकम सिंह को लेकर शुरुआत से ही चर्चा हो रही थी। आरोप है कि भाजपा नेता हाकम ने ही आयोग के साथ मिलीभगत कर पेपर लीक कराया। उत्तरकाशी के नैटवाड़ के राजकीय इंटर कॉलेज में टीचर तनुज शर्मा की गिरफ्तारी ने हाकम सिंह की गिरफ्तारी के लिए बड़ा रास्ता खोला है। अब उत्तरकाशी की एक और महिला जनप्रतिनिधि पर जल्द ही एसटीएफ के शिकंजे में फंस सकती है। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस मामले में कुछ और बड़े नेताओं की भी गिरफ्तारी हो सकती है। बताया कि चार व पांच दिसंबर 2021 को हुए स्नातक स्तर के पेपर से पहले हाकम सिंह रावत का परिचित व लेनदेन का हिसाब किताब रखने वाले शिक्षक तनु शर्मा ने 20 से 22 छात्रों को रायपुर स्थित अपने कमरे में पेपर देकर पेपर हल करवाया था।वहीं 25 से 30 छात्रों को वह धामपुर ले गया था, जहां उसने परीक्षा की तैयारी करवाई थी। इसके बाद सभी छात्रों को उनके परीक्षा सेंटर पर छोड़ा था। आरोपितों ने प्रति अभ्यर्थी के साथ 12 से 15 लाख रुपए का सौदा किया था। इसमें कुछ एडवांस के तौर पर तो कुछ परीक्षा में पास होने के बाद देने का वादा किया गया था। पेपर को लेकर जब शिकायत होने लगी तो कुछ अभ्यर्थी ऐसे थे कि जिन्होंने रुपए देने से मना कर दिया। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व हुई भर्ती में भी हाकम सिंह रावत का नाम सामने आ रहा है। ऐसे में रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जाएगी। गिरोह में उत्तर प्रदेश से भी कुछ लोगों के जुड़ने के संकेत मिले हैं। धीरे-धीरे कड़ियां जोड़कर उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।सटीएफ स्नातक स्तर की परीक्षा में पेपर लीक से लेकर अन्य भर्तियों में नकल के संबंध में हाकम सिंह रावत से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि हाकम ने अपने करीबियों को भी नहीं छोड़ा।उसने अपनी एक करीबी परिचित महिला से भी चार लाख रुपये लिए और स्नातक स्तर की परीक्षा में नकल करवाई, जिसमे महिला अच्छी रैंक से पास हुई। अब एसटीएफ की रडार पर यह महिला भी आ गई है। किसी भी समय महिला की गिरफ्तारी हो सकती है।बैंकाक से हाकम सिंह रावत 9 अगस्त को भारत पहुंच चुका था। एसटीएफ ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के बार्डर आराकोट से हाकम सिंह को हिरासत में लिया। सूत्रों के अनुसार एसटीएफ ने पिछले दो दिनों से मोरी क्षेत्र में डेरा डाला हुआ था। गत शुक्रवार से हाकम सिंह रावत के मोरी सांकरी क्षेत्र में देखे जाने की चर्चा थी। हाकम सिंह रावत की भाजपा के एक पूर्व मुख्यमंत्री सहित सत्ता के गलियारे में कई नेताओं और नौकरशाहों से गहरी निकटता है।

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